‘गीता प्रेस’ के ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल नहीं रहे, सीएम योगी ने जताया शोक

गोरखपुर : 40 वर्षों से गीता प्रेस, गोरखपुर के ट्रस्टी के रूप में काम कर रहे बैजनाथ अग्रवाल का बीती रात  निधन हो गया. वे गीता प्रेस से साल 1950 से जुड़े थे. उनके साथ-साथ उनका पूरा परिवार गीता प्रेस से जुड़ा हुआ है. उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि ‘विगत 40 वर्षों से गीता प्रेस के ट्रस्टी के रूप में बैजनाथ का जीवन सामाजिक जागरूकता और मानव कल्याण के लिए समर्पित रहा. वह ईश्वर के अनन्य भक्त थे. बैजनाथ के निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है.’ सीएम ने परिजनों से बातकर उन्हें ढांढस बंधाया है. बता दें कि बैद्य नाथ अग्रवाल समाजसेवी भी रहे हैं. गीता प्रेस के माध्यम से उनका धार्मिक एवं सामाजिक जुड़ाव भी रहा है’.

93 करोड़ पुस्तकों का किया गया प्रकाशन

बताते चलें कि गीता प्रेस से सौ वर्ष में लगभग 93 करोड़ पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है जो पूरे विश्व में इसका बांटा गया है. गीता प्रेस, गोरखपुर में लगभग 15 भाषाओं में श्रीमद् भागवत गीता का प्रकाशन किया जाता है. इनमें हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, संस्कृत और कई अन्य भाषाएं शामिल हैं. यहां छपने वाली धार्मिक पुस्तकों को गीता प्रेस के बाहर अलग से बेचने के लिए संस्था ने सेल डिपो बनाई है.

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