देवघर : कांवरिया पथ पर पहली बार बिछेगी गंगा मिट्टी, आने वाले कांवरियों को मिलेगी राहत

देवघर। श्रावण मेला को लेकर तैयारियां अंतिम पड़ाव में है। जोर-शोर से सभी अपने-अपने कामों को खत्म करने में जुटे है। झारखंड सरकार इस बार कांवरियों के लिए बेहतर इंतेजाम कर रही है। कांवरिया पथ पर पैदल चलने वाले कांवरियों के लिए विशेष व्यवस्था हुई है। दुम्मा से लेकर खिजुरिया तक पूरे कांवरिया पथ पर गंगा की मिट्टी बिछाया जा रहा है। पहली बार गंगा की मिट्टी का इस्तेमाल कांवरिया पथ पर हो रही है। इससे आने वाले कांवरियों को बड़ी राहत मिलेगी। देवघर जिला प्रसाशन इसमें और बेहतर करने का प्रयास कर रही है, ताकि इस बार किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।

पंडाल निर्माण और बिजली दुरुस्त करने का कार्य अंतिम पड़ाव पर
श्रावणी मेला को देखते हुए कांवरिया पथ पर संबंधित विभागों द्वारा तैयारी तेज कर दी गयी है। दुम्मा प्रवेश द्वार में प्रशासनिक पंडाल का काम पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा शहर के अन्य जगहों पर भी निर्माण कार्य खत्म होने के पड़ाव पर है। वहीं, बिजली विभाग भी पुराने तारों को दुरुस्त करने में जुटी है। इसके अलावा कलकतिया धर्मशाला व धावाघाट पुल के बीच सड़क की चौड़ाई कम रहने से सोमवार में कावरियों की रफ्तार कम जाती थी, इसे देखते हुए कलकतिया धर्मशाला से लेकर धावाघाट पुल तक अतिक्रमण विशेष तौर पर हटाये गये हैं। बिजली तार से सुरक्षा के लिए पहली बार गार्डिंग लगाये जा रहे हैं, ताकि तार टूटने पर उसे ऊपर में ही रोका जा सके। इसके साथ ही कांवरिया पथ के दोनों किनारे पर स्पेशल बिजली तार लगाये जा रहे हैं, इससे कनेक्शन देने के लिए रोड क्रॉस करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

दुम्मा से खिजुरिया के बीच लगाया जा रहा है 11 इंद्र वर्षा सिस्टम
कांवरिया पथ के किनारे निर्मित चबूतरों की मरम्मत करायी गयी है, ताकि कांवरिये पेड़ के नीचे चबूतरे पर बैठकर विश्राम कर सकें, मेला के दौरान कांवरिया पथ पर इस वर्ष पीएचइडी से इंद्र वर्षा की संख्या भी बढ़ायी जा रही है। दुम्मा से खिजुरिया के बीच 11 इंद्र वर्षा सिस्टम लगाये जायेंगे। पीएचइडी ने 24 घंटे जलापूर्ति के लिए कांवरिया पथ के किनारे नयी बोरिंग भी करायी गयी है।