Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    21 Oct, 2025 ♦ 3:21 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»जोहार ब्रेकिंग»70 साल में सबसे खराब दौर में अर्थव्यवस्था, नोटबंदी व जीएसटी से बिगड़े हालात: नीति आयोग
    जोहार ब्रेकिंग

    70 साल में सबसे खराब दौर में अर्थव्यवस्था, नोटबंदी व जीएसटी से बिगड़े हालात: नीति आयोग

    Team JoharBy Team JoharAugust 23, 2019Updated:August 23, 2019No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    Joharlive Team

    नई दिल्ली: सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग ने अर्थव्यवस्था में जारी सुस्ती दूर करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने की वकालत की है। आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार को निजी क्षेत्र का डर खत्म करना होगा, ताकि वे निवेश को बढ़ावा दे सकें।
    कुमार ने कहा कि वित्तीय क्षेत्र में जारी संकट का असर अब आर्थिक विकास पर भी दिखने लगा है। ऐसे में निजी क्षेत्र को निवेश के लिए प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है, ताकि मध्य वर्ग की आमदनी में इजाफा हो सके। इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी दिखेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 70 वर्षों में वित्तीय क्षेत्र की ऐसी हालत कभी नहीं रही है। निजी क्षेत्र में अभी कोई किसी पर भरोसा नहीं कर रहा और न ही कोई कर्ज देने को तैयार है। हर क्षेत्र में नकदी और पैसों को जमा किया जाने लगा है। इन पैसों को बाजार में लाने के लिए सरकार को अतिरिक्त कदम उठाने होंगे।

    राजीव कुमार ने कहा कि मौजूदा वित्तीय संकट की शुरुआत 2009-14 तक बांटे गए अंधाधुंध कर्ज की वजह से हुई है। इस दौरान दिए गए बहुत से कर्ज एनपीए हो गए और बैंकों की नए कर्ज देने की क्षमता कम हो गई। इस जगह को 25 फीसदी की दर से बढ़ने वाली एनबीएफसी जैसी कंपनियों ने हथिया लिया। लगातार डिफॉल्ट से अब एनबीएफसी क्षेत्र भी टूट रहा है, जिसका असर पूरे वित्तीय क्षेत्र पर दिखने लगा है।  

    #Online news #Poltical News Latest news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleचोरी के आरोप में रातू थाना में बंद कैदी ने की आत्महत्या, हाजत के बाहर नहीं लगा था सीसीटीवी कैमरा, जाने पूरी रिपोर्ट
    Next Article ओरमांझी के इरबा से रामगढ़ सीडब्लूसी ने एक और नवजात को किया बरामद, महिला से थाना में चल रही पूछताछ, जाने पूरी रिपोर्ट

    Related Posts

    खेल

    ऋषभ पंत की दमदार वापसी, भारत A टीम के कप्तान बनाए गए

    October 21, 2025
    जोहार ब्रेकिंग

    चौपाटी रेस्टोरेंट संचालक हत्याकांड में हथियारों के साथ तीन गिरफ्तार, एक की तलाश जारी, SP क्या बोल गये… देखें

    October 20, 2025
    जोहार ब्रेकिंग

    JMM नहीं लड़ेगा बिहार विस चुनाव, राजद-कांग्रेस को भुगतना होगा परिणाम : मंत्री सुदिव्य

    October 20, 2025
    Latest Posts

    कोयला लदी मालगाड़ी के डिब्बे उतरे पटरी से

    October 21, 2025

    रांची में छठ पर्व की तैयारियां तेज, 60 से ज्यादा घाटों पर सफाई और सुरक्षा के इंतजाम

    October 21, 2025

    मरीन ड्राइव पर तेज रफ्तार गाड़ी ने दो लोगों को मारी टक्कर, फिर…

    October 21, 2025

    ऋषभ पंत की दमदार वापसी, भारत A टीम के कप्तान बनाए गए

    October 21, 2025

    राजद प्रत्याशी देवा गुप्ता के घर पर छापेमारी… जानें क्यों

    October 21, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.