कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का विवादित बयान-‘पाकिस्तान को सम्मान दे भारत, उनके पास है परमाणु हथियार

नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान को लेकर विवादित बयान दिया है. मणिशंकर अय्यर ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारत को पाकिस्तान का सम्मान करना चाहिए क्योंकि पड़ोसी देश के पास परमाणु बम हैं. अगर हमने उनका सम्मान नहीं किया तो वे भारत पर परमाणु हमले के बारे में सोच सकते हैं.’

अय्यर ने कहा कि भारत को यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी परमाणु हथियार हैं. मुझे समझ नहीं आता कि मौजूदा सरकार ऐसा क्यों कहती है कि हम पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे क्योंकि वहां आतंकवाद है. यह समझना जरूरी है कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए चर्चा बहुत जरूरी है. अन्यथा, पाकिस्तान सोचेगा कि भारत अहंकारपूर्वक हमें दुनिया में छोटा दिखा रहा है. ऐसे में पाकिस्तान का कोई भी सिरफिरा इन बमों का इस्तेमाल कर सकता है.

उन्होंने चेतावनी दी कि उनके पास परमाणु बम हैं. हमारे पास भी हैं लेकिन क्या होगा अगर कोई सिरफिरा इस बम को लाहौर में गिराने का फैसला कर ले. इस विकिरण को अमृतसर तक पहुंचने में आठ सेकंड भी नहीं लगेंगे. अगर हम उनका सम्मान करेंगे तो वे शांत रहेंगे लेकिन अगर हम उन्हें छोटा दिखाते रहेंगे तो कोई पागल आकर बम गिरा देगा.

नफरत दिखाकर स्थितियों में नहीं कर सकते सुधार

कांग्रेस नेता का कहना है कि मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमें यह सोचना चाहिए कि हमारी समस्याओं का समाधान कैसे होगा? यह विशेषज्ञों का काम है. मैं बस इतना कह रहा हूं कि आप नफरत दिखाकर या बंदूकें दिखाकर स्थितियों में सुधार नहीं कर सकते. हमें समझना होगा कि पाकिस्तान भी एक संप्रभु राष्ट्र है, उसका भी सम्मान है. हमें उनका सम्मान बनाए रखते हुए सख्ती से बात करनी चाहिए.’ अभी क्या हो रहा है? हम बात नहीं कर रहे, इससे तनाव बढ़ रहा है.

अय्यर ने कहा कि हमने भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए बहुत मेहनत की है. लेकिन पिछले 10 साल से सारी बातचीत बंद है. हमें तब मांसपेशियां (ताकत) दिखानी चाहिए जब सामने वाले के पास मांसपेशियां न हों. उनकी मांसपेशियां रावलपिंडी के कहुटा में पड़ी हैं. अगर ग़लतफ़हमी फैल गई तो बहुत परेशानी होगी.

उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने पाकिस्तान से युद्ध की आशंका के बीच शांति का रास्ता निकाला था. लेकिन आज के समय में पाकिस्तान के साथ शांति की संभावनाएं हैं लेकिन मोदी जी युद्ध का रास्ता ढूंढ रहे हैं.