धनबाद: चैती छठ महापर्व आज शुक्रवार को नहाय – खाय के साथ शुरू हो गया. नहाय-खाय के दिन चावल, दाल, कद्दू की सब्जी का बड़ा विशेष महत्व है. शुद्धता के साथ इस प्रसाद को तैयार किया जाता है. व्रती के साथ-साथ पूरा परिवार प्रसाद के रूप में इसे ग्रहण करते हैं. धनबाद के जेसी मल्लिक रोड में व्रती जूही पांडेय ने बताया कि चैती छठ लोक आस्था का महापर्व है. इस पर्व को लेकर पूरे परिवार में उत्साह है.
बता दें कि नहाय खाय के बाद शनिवार को व्रती खरना का प्रसाद ग्रहण करेंगी और फिर 36 घंटे के निर्जला व्रत का आरंभ होगा. रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा एवं सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ चार दिनों के इस महापर्व का समापन होगा.
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