Patna : दुर्गा पूजा की उमंग और भक्ति के बीच राजधानी पटना में सप्तमी और अष्टमी के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने शहर की सड़कों पर अफरातफरी मचा दी। इस दौरान ट्रैफिक नियमों की जमकर अनदेखी हुई, जिसका नतीजा ये हुआ कि दो दिनों में कुल 61 लाख 81 हजार रुपये के चालान काटे गए। जगह-जगह पर चालान की कार्रवाई और कई वाहनों की जब्ती ने त्योहार की खुशी को कई लोगों के लिए परेशानी में बदल दिया।
शहर में लगाए गए हाई-टेक CCTV कैमरे और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की चौकस निगरानी से कोई भी नियम तोड़ने वाला बच नहीं सका। ट्रैफिक पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए सख्त कदम उठाए, जिसे अधिकारी आवश्यक और भविष्य में और अधिक कड़े उपायों की तैयारी बता रहे हैं।
सप्तमी की रात जैसे ही मां दुर्गा के पट खुले, गांधी मैदान से लेकर दीदारगंज तक भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि प्रशासन ने पहले ही रूट डायवर्जन और नो-एंट्री की जानकारी दे रखी थी, लेकिन इसके बावजूद शहर में बिना हेलमेट, बिना नंबर प्लेट और प्रतिबंधित समय में चलने वाले वाहनों की भरमार रही। अकेले इस दिन 21 लाख 40 हजार रुपये के चालान किए गए। रामनगरी, दीदारगंज चेकपोस्ट, खगौल, रूपसपुर और कुर्जी मोड़ जैसे प्रमुख इलाकों में नियम तोड़ने वालों की संख्या सबसे ज्यादा रही।

इसके बाद अष्टमी पर स्थिति और ज्यादा बिगड़ गई। ट्रैफिक पुलिस और कंट्रोल रूम की लगातार निगरानी के बावजूद नो-एंट्री जोन में वाहनों की घुसपैठ, ओवरस्पीडिंग और अवैध पार्किंग के मामले बड़ी संख्या में सामने आए। इस दिन 40 लाख 41 हजार रुपये का चालान किया गया। एक बार फिर रामनगरी सबसे अधिक उल्लंघन करने वालों में आगे रहा। इसके अलावा रूपसपुर, खगौल, कुर्जी मोड़, भट्टाचार्य रोड और दीदारगंज के इलाकों में भी भारी जुर्माना वसूला गया।
त्योहार के इस पावन अवसर पर जब भक्त मां दुर्गा की आराधना में लीन थे, तब ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ने कई लोगों के लिए पूजा के आनंद को परेशानी में बदल दिया। ट्रैफिक विभाग ने साफ किया है कि नियमों के पालन में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी और आने वाले दिनों में निगरानी और कार्रवाई दोनों और अधिक सख्त होंगी।
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