Baliya : पूर्वांचल, विशेष रूप से बलिया और मऊ के निवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। बलिया को मऊ से जोड़ने वाले 56 किलोमीटर लंबे मार्ग को फोरलेन बनाने का रास्ता साफ हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस मार्ग पर पड़ने वाली पांच रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज भी बनाए जाएंगे। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा व नगर विकास मंत्री एके शर्मा लंबे समय से प्रयासरत थे।
यह मार्ग NH-28 B का हिस्सा है, जो मऊ में आजमगढ़ से आने वाले NH-28 और बलिया की ओर जाने वाले NH-31 को जोड़ता है। वर्तमान में यह मार्ग बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को सहन करने में असमर्थ है। पांच लेवल रेलवे क्रासिंग की वजह से अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे यात्रियों को जरूरत से कई गुना अधिक समय लगता है। इस मार्ग का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण न केवल बलिया और मऊ, बल्कि पूरे पूर्वांचल के लिए महत्वपूर्ण है।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा, “इस मार्ग से मेरा बचपन का नाता है। पिछले दो वर्षों में मैंने एनएचएआई के चेयरमैन और वरिष्ठ अधिकारियों से कई बार मुलाकात कर इस मुद्दे को उठाया। इस साल अम्बेडकर जयंती पर मैंने मऊ की जनता के साथ इस परियोजना की जानकारी साझा की थी। इसके बाद भी मैंने 28 मई को एनएचएआई चेयरमैन को पत्र लिखकर और टेलीफोन पर बात कर उनका ध्यान आकर्षित किया। स्थानीय अधिकारियों से भी कई बार चर्चा की। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, एनएचएआई ने 17 जुलाई को पत्र जारी कर इस मार्ग के चौड़ीकरण, पांच रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज निर्माण और सुदृढ़ीकरण को मंजूरी दी है।”
इस परियोजना पर लगभग 1500 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। एके शर्मा ने इस बड़ी परियोजना की मंजूरी पर बलिया, मऊ और पूर्वांचल के लोगों को बधाई दी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।
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