New Delhi : भारत आज यानी 15 अगस्त को अपनी आजादी की 79वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस अवसर पर PM नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया और देश को 12वीं बार संबोधित किया। अपने भाषण में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का विशेष उल्लेख किया और इसे देश के आक्रोश की अभिव्यक्ति बताया।
ऑपरेशन सिंदूर : आतंकियों को सबक
PM ने कहा, “आज मुझे लाल किले से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सलाम करने का अवसर मिला है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष लोगों की हत्या की थी। पूरा देश आक्रोश में था, विश्व स्तब्ध था। ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश का जवाब है।”
उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती में घुसकर आतंकियों का सफाया किया। “पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए खुलासे हो रहे हैं। हमने सेना को खुली छूट दी और उन्होंने ऐसा कारनामा किया, जिसे दशकों तक याद रखा जाएगा।”

आतंक और न्यूक्लियर ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा भारत
PM मोदी ने कहा, “भारत ने कई दशकों तक आतंकवाद झेला है। अब हमने नया नियम बनाया है। आतंकियों और उनके पोषकों को हम अलग नहीं मानेंगे। न्यूक्लियर ब्लैकमेल को भी अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर भविष्य में ऐसी कोशिश हुई, तो सेना समय, तरीका और लक्ष्य तय करेगी, और हम मुंहतोड़ जवाब देंगे। खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।”
50 सफाईकर्मी और 85 सरपंच विशेष अतिथि
इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में दिल्ली के 50 सफाईकर्मियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। दिल्ली नगर निगम (MCD) के प्रत्येक जोन से 5 सफाईकर्मी, जिनमें 3 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं, अपने जीवनसाथी के साथ समारोह में शामिल हुए। इसके अलावा, ग्रामीण परिवर्तन में योगदान के लिए देशभर से 85 ग्राम सरपंचों को भी विशेष अतिथि के रूप में बुलाया गया।
विकास और भविष्य की रूपरेखा
PM ने अपने संबोधन में सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा पेश किया और भविष्य की योजनाओं को देश के सामने रखा। स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर लाल किले से उनका भाषण देशवासियों में जोश और विश्वास जगाने वाला रहा।
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