Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    18 Jun, 2025 ♦ 1:06 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»प्रशासन और माफिया के गठजोड़ से परवान चढ़ रही बालू की तस्करी
    झारखंड

    प्रशासन और माफिया के गठजोड़ से परवान चढ़ रही बालू की तस्करी

    Team JoharBy Team JoharOctober 21, 2021No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    खूंटी । बढ़ती आबादी के साथ-साथ आवास अस्पताल, पुल-पुलियों और अन्य निर्माण कार्यों में तेजी के कारण हर क्षेत्र में बालू की मांग बढ़ती जा रही है। मांग अधिक होने के कारण खूंटी जिले में नदियों से बालू के अवैध उत्खनन और परिवहन में भी इजाफा होता जा रहा है। बालू के अवैध धंधे से होनेवाली भारी कमाई के कारण हर दिन कारोबार में रोज नये लोग जुड़ते जा रहे हैं और बालू की ढुलाई के लिए सड़कों पर हाईवा, ट्रक आदि वाहनों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।

    बालू की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा बालू घाटों की नीलामी की जाती है। इसमें पर्यावरण का खास ध्यान रखा जाता है, पर वास्तविकता है कि वैध की अपेक्षा कई गुणा बालू की अवैध निकासी और ढुलाई की जाती है। रेत की इस तस्करी में बालू माफिया को प्रशासन का पूरा संरक्षण प्राप्त है। जानकार बताते हैं कि रात की बात कौन कहे, दिन के उजाले में भी थाना के सामने से हर दिन दर्जनों बालू लदे हाईवा गुजरते हैं, पर कभी किसी पर कार्रवाई नहीं होती। सूत्रों पर भरोसा करें, तो बालू की तस्करी से होने वाली कमाई में सबका हिस्सा होता है। जब कोई माफिया समय पर चढ़ावा नहीं चढ़ाता, तो उसके बालू लदे वाहन को जब्त कर लिया जाता है। हां, जिला स्तर पर कोई नया अधिकारी आता है, तो बालू तस्करों के खिलाफ एक-दो दिन कार्रवाई होती है, पर कुछ दिनों के बाद स्थिति फिर वही हो जाती है। तोरपा और रनिया प्रखंड में कारो, छाता, चेंगरझोर सहित कई नदियों से हर दिन सैकड़ों मिट्रिक टन बालू का उत्खनन किया जाता है। वहीं खूंटी, अड़की, मुरहू और कर्रा प्रखंड में भी बालू तस्करी का धंधा हर दिन परवान चढ़ रहा है।

    प्राकृति को कैंसर की तरह तबाह कर रहा है अंधाधुंध उत्खनन

    छोटी-बड़ी सभी नदियों से बालू के अंधाधुंध उत्खनन प्राकृतिक परिवेश को कैंसर की तरह तबाह कर रहा है। खनन बढ़ने से प्राकृतिक सौंदर्य तो नष्ट हो ही रहा है, पर्यावरण संतुलन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। कई नदियों के अस्तित्व पर ही खतरा मंडराने लगा है। खुले वाहनों से बालू की ढुलाई भी पर्यावरण के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। खुले ट्रकों से बालू की ढुलाई होने से रेत उड़कर हवा को प्रदूषित कर देती है। जानकार बताते हैं कि यही रेत सांस के साथ हमारे फेफड़ों तक पहुंचती है और कई तरह की बीमरियों को जन्म देती है।

    राजस्व का भारी नुकसान

    खूंटी जिले में बालू के अवैध करोबार के कारण सरकार को हर दिन लाखों रुपये के राजस्व का घाटा हो रहा है। इसे धंधे से जुड़े लोग बताते हैं कि वे सिमडेगा सहित अन्य जिलों से बालू की परमिट प्राप्त करते हैं और उसी के आधार पर खूंटी जिले में बालू की तस्करी की जाती है। बालू तस्करों द्वारा जंगलों और सुदूर ग्रामीण इलाके में नदियों से निकाल कर बालू को जमा करते हैं और वहीं से इसकी तस्करी होती है। अब भी कुल्डा जंगल, ऐरमेरे सहित अन्य जंगलों में लाखों टन बालू जमा है, पर इसे देखने वाला के कोई नहीं है। बालू के भारी और लगातार परिवहन के कारण सड़कें पूरी तरह टूट गयी हैं। इसका खमियाजा उस क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

    Jharkhand news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleबड़ी मौसी के देहांत से सदमे में थी नाबालिग, फांसी लगाकर की खुदकुशी
    Next Article कैबिनेट का फैसला : झारखंड सरकार के 11 कैबिनेट मंत्रियों के आवास निर्माण के लिए 69 करोड़ 90 लाख 94 हजार की प्रशासनिक स्वीकृति

    Related Posts

    झारखंड

    तेज बारिश में स्कॉर्पियो बिजली के खंभे से टकराई, बाल-बाल बचा चालक

    June 18, 2025
    जमशेदपुर

    रेलवे ट्रैक पर मिली ये डे’ड बॉडी किसकी…

    June 18, 2025
    जमशेदपुर

    नाली में मिली युवक की बॉडी, जांच में जुटी पुलिस

    June 18, 2025
    Latest Posts

    CM नीतीश कुमार ने किया राजेंद्र भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास

    June 18, 2025

    जवान लड़के को पीट-पीटकर उतारा मौ’त के घाट, पुरानी रंजिश की आशंका

    June 18, 2025

    तेज बारिश में स्कॉर्पियो बिजली के खंभे से टकराई, बाल-बाल बचा चालक

    June 18, 2025

    रेलवे ट्रैक पर मिली ये डे’ड बॉडी किसकी…

    June 18, 2025

    अर्जेंटीना से पिछले मैच का बदला लेने उतरेगी भारतीय महिला हॉकी टीम

    June 18, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.