Ranchi : रोशनी और समृद्धि का पर्व दीवाली इस साल 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी पर 18 अक्टूबर को धनतेरस के साथ दीपोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। यह पर्व 23 अक्टूबर को भाईदूज तक कई शुभ संयोगों के साथ मनाया जाएगा। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य प्रणव मिश्रा के अनुसार, वृष लग्न में मां लक्ष्मी की पूजा सबसे उत्तम मानी जाती है, जो इस बार शाम 6:51 से रात 8:48 बजे तक रहेगा। इस दौरान पूजा करने से धन, यश और समृद्धि में वृद्धि होती है।
दीवाली की तिथि और शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य प्रणव मिश्रा ने बताया कि कार्तिक अमावस्या 20 अक्टूबर को दोपहर 2:44 बजे शुरू होगी और 21 अक्टूबर को शाम 4:26 बजे तक रहेगी। इसलिए दीवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, पूजा के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
- लक्ष्मी पूजन मुहूर्त : शाम 6:51 से रात 8:48 बजे (वृष लग्न)
- प्रदोष काल : शाम 5:17 से 7:56 बजे
- वृश्चिक लग्न : सुबह 8:16 से 10:23 बजे
- अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:10 से 11:56 बजे
वृष लग्न में पूजा करने से मां लक्ष्मी घर में स्थायी रूप से विराजमान होती हैं, जिससे सुख-समृद्धि बनी रहती है।

20 अक्टूबर का चौघड़िया मुहूर्त
- अमृत : सुबह 5:49 से 7:15 बजे
- शुभ : सुबह 8:41 से 10:07 बजे
- चार : दोपहर 12:59 से 2:25 बजे
- लाभ : दोपहर 2:25 से 3:51 बजे
- अमृत : शाम 3:51 से 5:17 बजे
- चार : शाम 5:17 से 6:51 बजे
- लाभ : रात 9:59 से 11:33 बजे
- शुभ : रात 1:07 से 2:41 बजे
व्यापारियों के लिए विशेष लग्न
- वृश्चिक : सुबह 8:06 से 10:23 बजे
- कुंभ : दोपहर 2:13 से 3:44 बजे
- वृष : शाम 6:51 से 8:48 बजे
- सिंह : रात 1:19 से 3:33 बजे
- प्रदोष काल : शाम 5:17 से 7:56 बजे
लक्ष्मी पूजन की विधि
दीवाली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा से जीवन में सुख, समृद्धि और यश प्राप्त होता है। पूजन के लिए :
- चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर गणेशजी और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।
- पहले गणेशजी का पूजन करें, फिर पंचामृत और गंगाजल से मां लक्ष्मी का अभिषेक करें।
- मां का श्रृंगार करें और फूल, फल, खीर, मिठाई आदि का भोग लगाएं।
- धूप-दीप जलाएं और लक्ष्मी चालीसा, श्री सूक्त का पाठ करें।
- अंत में आरती गाकर पूजा पूरी करें।
दीवाली का महत्व
दीवाली का पर्व सकारात्मकता, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है। इस दिन घरों और मंदिरों में मां लक्ष्मी और गणेशजी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि विधिवत पूजन से जीवन में प्रेम, वैभव और खुशहाली बनी रहती है।
प्रसिद्ध ज्योतिष
आचार्य प्रणव मिश्रा
आचार्यकुलम, अरगोड़ा, राँची
8210075897
Also Read : नित्य काली मंदिर में उमड़ रही भक्तों की भीड़, मन्नत पूरी होने की है मान्यता