Jamshedpur: जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। बुधवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में हुई यातायात एवं सड़क सुरक्षा बैठक में जुलाई माह के हादसों की समीक्षा के बाद कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में तय हुआ कि एंबुलेंस और इमरजेंसी वाहनों को जाम से मुक्त रास्ता देने के लिए विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी यातायात पुलिस को सौंपी गई है और इसके लिए ट्रैफिक डीएसपी को विशेष निर्देश दिए गए।
जुलाई में जिले में 24 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 11 लोगों की मौत और 16 गंभीर रूप से घायल हुए। इनमें 9 मौतें हेलमेट न पहनने के कारण हुईं, जबकि हेलमेट पहनने से 5 लोगों की जान बच गई। मानगो क्षेत्र में जाम की समस्या और ओवरलोडिंग पर भी चर्चा हुई। वर्तमान में ट्रैफिक पुलिस एग्रिको की ओर से आने वाले वाहनों को पास देने के लिए मानगो से आने वाले वाहनों को देर तक रोकती है, जिससे ब्रिज पर जाम लग जाता है। इस स्थिति के समाधान के लिए सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
एनएच-33 पर होटल सिटी इन और डिमना चौक के पास मौजूद ब्लैक स्पॉट्स पर स्लाइडिंग बैरियर और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करने के लिए एनएचएआई और आरसीडी को आदेश दिए गए। हिट एंड रन के 35 लंबित मामलों में से 9 मामलों का निपटारा इस माह इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से करने को कहा गया, जबकि बाकी मामलों में भी जल्द मुआवजा देने की प्रक्रिया तेज होगी।
जुलाई में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर 345 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए गए और 18 लाख 38 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। इसी अवधि में 6848 नए ड्राइविंग लाइसेंस जारी हुए, जिनमें 6112 पुरुष और 736 महिलाएं शामिल हैं।