New Delhi : PM नरेंद्र मोदी को ब्राजील की राजकीय यात्रा के दौरान देश के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया गया। यह उनके लिए 26वां वैश्विक सम्मान है और 2 जुलाई से शुरू हुई पांच देशों की यात्रा का तीसरा सम्मान। ब्रासीलिया में भारत-ब्राजील संयुक्त प्रेस वक्तव्य में पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इंसियो लूला दा सिल्वा और वहां की जनता का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
पीएम मोदी ने कहा, “रियो और ब्रासीलिया में गर्मजोशी भरे स्वागत और अमेजन की प्राकृतिक सुंदरता ने हमें मंत्रमुग्ध कर दिया। यह सम्मान मेरे लिए ही नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतवासियों के लिए गर्व का पल है।” उन्होंने दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर देते हुए अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को 20 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, “फुटबॉल ब्राजील का जुनून है और क्रिकेट भारत का। जब दोनों एक टीम में हों, तो 20 बिलियन की साझेदारी मुश्किल नहीं।”
PM ने ऊर्जा, पर्यावरण, और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग को दोनों देशों की प्राथमिकता बताया। हाल ही में हुए समझौते से ग्रीन एनर्जी को नई दिशा मिलेगी। रक्षा क्षेत्र में बढ़ता सहयोग दोनों देशों के आपसी विश्वास को दर्शाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सुपर कंप्यूटिंग में सहयोग को समावेशी विकास का प्रमाण बताते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देश डिजिटल अवसंरचना, अंतरिक्ष, कृषि, और खाद्य प्रसंस्करण में अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगे।
पीएम मोदी ने यूपीआई को ब्राजील में अपनाने के लिए सहयोग पर जोर दिया और आतंकवाद के खिलाफ साझा रुख को रेखांकित करते हुए कहा, “हमारी सोच शून्य सहिष्णुता और शून्य दोहरे मापदंड की है। आतंकवाद पर दोहरे मापदंडों का कोई स्थान नहीं।” उन्होंने वैश्विक तनाव के दौर में भारत-ब्राजील साझेदारी को स्थिरता का स्तंभ बताया और विवादों के समाधान के लिए संवाद व कूटनीति पर बल दिया।
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