Lohardaga : लोहरदगा जिले के दिव्यांग किसान लीला उरांव की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। साल 2024 में वज्रपात से उनके बैल मारे गए और बारिश के कारण फसल भी नष्ट हो गई। आर्थिक तंगी के कारण वे न तो बैल खरीद सके और न ही ट्रैक्टर किराए पर ले पाए। ऐसे में उन्होंने अपने बेटों से खेत जोतने का फैसला लिया।
यह तस्वीर एक पत्रकार द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई, जिसके बाद यह मामला तेजी से फैल गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पर संज्ञान लेते हुए लोहरदगा के उपायुक्त को जांच और हरसंभव सहायता के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि किसान को सभी सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाए और पूरी रिपोर्ट दी जाए।
लीला उरांव ने बताया कि उन्होंने कई जगह मदद की गुहार लगाई, लेकिन कहीं से सहायता नहीं मिली। मजबूरी में उन्हें अपने बेटों से खेत की जुताई करानी पड़ी ताकि परिवार का पेट भर सके। अब उम्मीद है कि सरकार से उन्हें उचित मदद मिलेगी और उनकी कठिनाइयों का समाधान होगा।
.@DC_LOHARDAGA कृपया उक्त मामले की जांच कर किस्को प्रखंड के किसान लीला उरांव जी को हरसंभव सरकारी योजनाओं से जोड़ सहायता प्रदान करते हुए सूचित करें। https://t.co/sNmfCBzEcE
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 8, 2025
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