New Delhi : दिल्ली के क्लासरूम कंस्ट्रक्शन घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को समन भेजे जाने पर भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने जिस तरह से स्कूलों के नाम पर दिल्ली को लूटा है, वह अब सबके सामने आएगा.
दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक बयान में कहा, “देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार में मंत्री रहे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को आज एसीबी ने तलब किया है, उसका पर्दाफाश हो गया है. आप जरा सोचिए, स्कूलों में कक्षा-कक्ष निर्माण से जुड़ा इतना बड़ा घोटाला हुआ. यहां तक कि अस्थायी आश्रयों का बिल भी 8,800 रुपए प्रति वर्ग फुट के हिसाब से दिया गया. उन्होंने दो हजार करोड़ रुपए अपने 34 चहेतों को दे दिए और खुद ही आर्किटेक्ट से रेट तय कराया. उन्होंने दिल्ली की जनता के करोड़ों रुपए लूटने का काम किया.”
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, “सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया ने जिस तरह से दोनों हाथों से दिल्ली को लूटा था, अब हिसाब देने का समय आ गया है. हमें तसल्ली है कि अब एसीबी इस मामले की जांच करेगी और मनीष सिसोदिया व सत्येंद्र जैन ने जिस तरह से स्कूलों के नाम पर दिल्ली को लूटा है, वह अब सबके सामने आएगा.” भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने सरकारी स्कूलों के क्लासरूम कंस्ट्रक्शन मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को समन भेजा है. एसीबी ने सत्येंद्र जैन को 6 जून और मनीष सिसोदिया को 9 जून को पेश होने को कहा है.
दरअसल, क्लासरूम कंस्ट्रक्शन मामले में ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ बीते 30 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की गई थी. भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने बताया कि आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को सरकारी स्कूलों में 12,748 कक्षाओं के निर्माण में कथित 2,000 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के मामले में समन जारी किया है. उन दोनों पर बीते 30 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की गई थी. सत्येंद्र जैन को 6 जून और मनीष सिसोदिया को 9 जून को पेश होने के लिए बुलाया गया है.
बता दें कि यह मामला करीब 2000 करोड़ रुपए के कथित घोटाले से जुड़ा है. करीब 12,748 क्लासरूम और इमारतों के निर्माण में अनियमितता बरतने का आरोप है. एसीबी की जांच में खुलासा हुआ है कि क्लासरूम के निर्माण की लागत को असामान्य रूप से बढ़ाया गया. साथ ही यह भी पता चला कि क्लासरूम्स को सेमी-पर्मानेंट स्ट्रक्चर के रूप में बनाया गया. इसके अलावा, जिन ठेकेदारों को इसका ठेका मिला था, उनके संबंध ‘आप’ पार्टी से जुड़े थे.
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