Ranchi : केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (CUJ) के लाइफ साइंसेज विभाग और इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (ICAR) – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी (IIAB), रांची के बीच बुधवार को एक महत्वपूर्ण एमओयू (समझौता) हुआ।
इस समझौते के तहत दोनों संस्थान रिसर्च, इंटर्नशिप, प्रशिक्षण और प्रयोगशालाओं के साझा उपयोग जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे। सीयूजे के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग अब ICAR-IIAB के साथ संयुक्त शोध कार्यक्रम चला सकेंगे।
प्रभारी कुलपति प्रो. के.बी. पंडा ने कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास के मार्गदर्शन में हुए इस समझौते पर खुशी जताई और कहा कि यह एमओयू छात्रों के भविष्य निर्माण में सहायक होगा। IIAB के निदेशक प्रो. सुजय रक्षित ने भी सहयोग पर संतोष जताते हुए कहा कि झारखंड जैसे राज्य में दो राष्ट्रीय संस्थानों का साथ आना एक सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
CUJ के कुलसचिव के के राव ने कहा कि देश के प्रमुख संस्थानों को आपस में मिलकर रिसर्च और अकादमिक सहयोग करना चाहिए। समझौते के दस्तावेजों का आदान-प्रदान सीयूजे के कुलसचिव और IIAB के निदेशक की उपस्थिति में किया गया।
इस मौके पर CUJ और IIAB के कई वरिष्ठ अधिकारी, वैज्ञानिक और प्रोफेसर मौजूद रहे, जिनमें प्रो. अरुण कुमार पाढ़ी, प्रो. मनोज कुमार, प्रो. डी बी लाटा, प्रो. बी बी मिश्रा, डॉ. पी के परिदा, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. सुदर्शन यादव और अन्य शामिल थे।
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