Patna : बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के तबादले को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है. अब राज्य में शिक्षकों की ट्रांसफर-पोस्टिंग केवल उनकी मांग पर नहीं, बल्कि छात्रों और शिक्षकों के अनुपात के आधार पर की जाएगी. शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को इस संबंध में जिलेवार रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.
छात्र-शिक्षक अनुपात पर होगा ध्यान
मिली जानकारी के अनुसार जिन स्कूलों में मानक से अधिक शिक्षक तैनात हैं, उन्हें उसी प्रखंड के अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा, जहां शिक्षक कम हैं. इसका उद्देश्य सरकारी विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात को संतुलित करना है. ‘शिक्षा का अधिकार’ कानून के तहत 40 छात्रों पर एक शिक्षक होना चाहिए, लेकिन वर्तमान में यह अनुपात बढ़कर 46:1 हो गया है.
कमेटी की सिफारिशों पर अमल
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कमेटी द्वारा दिए गए सुझावों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिनमें शिक्षकों और छात्रों दोनों के हितों का ध्यान रखा गया है. नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना और शिक्षकों की तैनाती में पारदर्शिता लाना है.
अब तक हुए तबादले
अब तक राज्य में 47 नियमित शिक्षक, 260 गंभीर बीमारी से पीड़ित शिक्षक, 10,225 महिला शिक्षक और 2,151 पुरुष शिक्षकों का अंतरजिला तबादला किया जा चुका है. हाल ही में 261 शिक्षकों का अंतरजिला स्थानांतरण उनकी व्यक्तिगत मांग पर किया गया था. शिक्षा विभाग की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि बिहार के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और छात्रों को बेहतर शिक्षक-संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे.
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