Jamshedpur: पूर्वी सिंहभूम जिले की सैकड़ों महिलाएं गुरुवार को झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मईयां सम्मान योजना के तहत लंबित भुगतान की मांग को लेकर जमशेदपुर स्थित उपायुक्त कार्यालय पहुंचीं और जोरदार प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना है कि उन्होंने कई महीने पहले योजना के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज तक किसी को एक भी किस्त नहीं मिली। कुछ महिलाओं ने बताया कि उन्हें शुरुआत में एक-दो किस्तें तो मिली थीं, मगर जनवरी 2025 के बाद से भुगतान पूरी तरह बंद है।
ये महिलाएं पटमदा, बोड़ाम, पोटका, घाटशिला, मुसाबनी और डुमरिया जैसे दूरदराज के प्रखंडों से आई थीं। कई महिलाओं का कहना है कि उनका आवेदन अब तक स्वीकृत नहीं किया गया है, जबकि कुछ को भुगतान में अनियमितता का सामना करना पड़ रहा है।
महिलाओं ने जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि विभागीय उदासीनता के चलते गरीब महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वे लगातार जिला और अंचल कार्यालयों के चक्कर काट रही हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा। कभी उन्हें अंचल कार्यालय भेजा जाता है तो कभी जिला कार्यालय — इस प्रशासनिक भ्रम और टालमटोल से महिलाएं बेहद परेशान हैं।
पटमदा की एक महिला रेणु ने बताया कि वह प्रतिदिन ऑटो का किराया लगाकर जमशेदपुर आती हैं, लेकिन हर बार निराश होकर लौटती हैं। उन्होंने कहा, “बच्चों की फीस भरने तक के पैसे नहीं हैं। ऐसे में अगर सरकारी सहायता योजनाएं भी ठप पड़ जाएं, तो हम गरीब लोग कहां जाएं?”
महिलाओं ने उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपते हुए जल्द भुगतान और समस्याओं के समाधान की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे दोबारा बड़े आंदोलन पर उतरेंगी। यह हाल के दिनों में महिलाओं द्वारा किया गया दूसरा बड़ा विरोध प्रदर्शन है।
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