एफएमसीजी कंपनी के मालिक राहुल गुप्ता से मांगी 1 करोड़ रंगदारी, टीपीसी के नाम से आया व्हाट्सऐप कॉल

रांची : राजधानी में एक बार फिर से अपराधी बेलगाम हो गए हैं. आये दिन कोई न कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे रहे हैं. एक  बार फिर से उग्रवादी संगठन ने कारोबारी को निशाना बनाया है. एफएमसीजी कंपनी के मालिक राहुल गुप्ता से टीपीसी संगठन ने 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी है. टीपीसी संगठन के राहुल गंझू के नाम पर रंगदारी मांगी गयी है. पीड़ित कारोबारी राहुल ने इस मामले में पंडरा ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. बता दें कि पीड़ित कारोबारी राहुल गुप्ता पंडरा ओपी क्षेत्र के रातू रोड हेहल रोड नंबर- 02 के रहने वाले हैं.

रांची पुलिस को क्या बताया राहुल गुप्ता ने

पुलिस से कहा है कि वह एफएमसीजी कंपनी आइटीसी लिमिटेड के उत्पाद जैसे आर्शीवाद आटा, सनफिस्ट बिस्किट, चिप्स समेत अन्य वस्तुओं के वितरक हैं. उनके कार्य क्षेत्र पंडरा, रातू, ठाकुरगांव, खलारी, बेड़ो, नगड़ी, मांडर, चान्हो और ओरमांझी समेत आसपास के अन्य इलाके हैं. 14 अक्टूबर की शाम 5.40 बजे मिनट उन्हें एक मोबाइल नंबर से व्हाट्सऐप के माध्यम से दो बार कॉल आया. लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया. तीसरी बार कॉल आने पर जब उन्होंने रिसीव किया. तब फोन करने वाले ने खुद को टीपीसी संगठन का राहुल गंझू बताते हुए व्यवसायी से कहा कि मैं आपके ऑफिस का पता भी जानता हूं. आपकी गाड़ी जिन इलाकों में सप्लाई के लिए जाती है. उसके बारे में भी पूरी जानकारी है. जब व्यवसायी ने राहुल गंझू से पूछा कि आपने फोन क्यों किया है. तब राहुल गंझू के कहा, पैसे के लिए. मुझे एक करोड़ रंगदारी चाहिए. जब व्यवसायी ने राहुल गंझू से पूछा कि कहां से बोल रहे हो. तब राहुल गंझू ने अपना पता बुढ़मू बताया. इसके बाद व्यवसायी ने कॉल काट दिया.

व्यवसायी के पिता को भी आया कॉल

लेकिन फिर से 16 अक्टूबर को व्यवसायी को फोन आ गया. तब व्यवसायी ने नंबर को ब्लॉक कर दिया. व्यवसायी ने पुलिस को बताया है कि उनके पिता जयप्रकाश गुप्ता को भी 14 अक्टूबर को एक मोबाइल नंबर से फोन आया था. लेकिन जब उनके पिता ने फोन नहीं उठाया. तब राहुल गंझू के नाम से उनके पिता के मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आ गया, जिसमें लिखा था कि कुछ सोचे हो कि नहीं. इसके बाद व्यवसायी के पिता को 17 अक्टूबर को वाट्सएप कॉल आया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया और नंबर को ब्लॉक कर दिया.