Jamtara : जामताड़ा जिले में गुरुवार को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत गरीबों को मिलने वाले चावल की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए, जब मधुपुर रैक पॉइंट से आए ट्रकों में भारी मात्रा में भीगा हुआ और बदबूदार चावल एफसीआई गोदाम (चाकरी ग्राम) के बाहर खड़ा पाया गया। घटना ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, करीब 5 ट्रकों में लदा खराब चावल गोदाम पहुंचा, लेकिन कई दिनों तक इन्हें उचित ढंग से अनलोड नहीं किया गया, जिससे चावल सड़ने लगा। ट्रकों से उठ रही बदबू की शिकायत जैसे ही DC तक पहुंची, उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए।
अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार और जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजशेखर कुमार मौके पर पहुंचे और गोदाम परिसर की स्थिति का जायजा लिया। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि ट्रांसपोर्टर द्वारा अनाज की ढुलाई मानक के अनुसार नहीं की गई थी, जिससे चावल की गुणवत्ता प्रभावित हुई।
अनुमंडल पदाधिकारी ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देशित किया कि वे एफसीआई के वरीय अधिकारियों को पूरे मामले की रिपोर्ट भेजें। निरीक्षण के दौरान ट्रकों के चालक भी मौके से गायब मिले, जबकि संवेदक संजय शर्मा सफाई देते नजर आए, लेकिन प्रशासन ने उनकी दलीलों को अस्वीकार कर दिया।
घटना की वीडियोग्राफी कराई गई और अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि खराब चावल को अलग किया जाएगा और एफसीआई को इसकी विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजशेखर कुमार ने कहा, “जनता को मिलने वाले अनाज की गुणवत्ता से किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मानसून को देखते हुए ट्रांसपोर्टरों को पहले ही स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि अनाज के परिवहन और भंडारण में पूरी सतर्कता बरती जाए।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस प्रकार की लापरवाही पर ट्रांसपोर्टर से हरजाना वसूलने का प्रावधान है, और अंतिम निर्णय एफसीआई द्वारा लिया जाएगा।
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