मोरहाबादी में गरजे उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, आदिवासी और वंचित समाज को ध्यान में रखकर योजनाएं बना रही केंद्र सरकार

रांची: यहां देखकर नहीं लग रहा कि यह नामांकन सभा है. बल्कि कोई बड़ा मेला लगा है. हजारों की संख्या में लोग इस महामेले में आ जा रहे हैं. पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि रांची से प्रत्याशी संजय सेठ जी पिछले सभी रिकार्ड तोड़ने वाले हैं. झारखंड की अपनी वन संपदा, खनिज संपदा, आदिवासी समाज के साहस, वीरता और स्वाभिमान के लिए पहचान रही है. आजादी का आंदोलन शुरू भी नहीं हुआ था तो आवाज उठाने वाले आदिवासी भाई थे. आजादी के 60-62 साल तक शासन चलाने वालों ने आदिवासी समाज की कोई सुध नहीं ली. लेकिन बीजेपी नरेंद्र मोदी के नेतृतव में न केवल आदिवासी बल्कि वंचित वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रही है.

अटल बिहारी के समय बने थे हमारे राज्य

एक ही समय में उतराखंड और झारखंड दोनों राज्यों का गठन हुआ. झारखंड में 70 परसेंट वन संपदा है तो उतराखंड भी 70 परसेंट से अधिक वन संपदा से अच्छादित है. नदियों से अच्छादित है पर्वतों से. दुर्गम क्षेत्रों में विकास का काम नहीं हो पाता था. हमारे राज्यों का गठन करने और न्याय दिलाने का काम अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री रहते हुए किया था. आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आदिवासी समाज का मान-सम्मान और स्वाभिमान बढ़ाने का काम तेजी से हो रहा है. हमें गर्व है कि एक आदिवासी समाज में पैदा हुए देश की प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति है. एक समय था जब पहले मनोनयन के लिए पंक्ति बना दी जाती थी. आज मनोनयन ऐसे लोगों का हो रहा है, ऐसे समाज से आए लोगों का हो रहा है जो समाज के अंतिम छोर में रहने वाले है. यह केवल बीजेपी और एनडीए के समय में ही संभव है.

देश के अभिभावक है नरेंद्र मोदी

पीएम मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में आकर पावन धरती को नमन किया था. उस माटी से तिलक कर विकसित भारत का संकल्प लिया था. भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर 2025 को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. आदिवासी और वंचित समाज को रखकर सरकार योजनाएं बना रही है. आज मोदीजी के नेतृत्व में भारत का डंका बज रहा है. आज हमारी विचारधारा का मजबूत होना, भारत का शक्तिशाली होना, देश का विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर होना इस बात का सबूत है कि भारत अब मजबूत हाथों में है मजबूर हाथों में नहीं. माताएं-बहने यहीं कहती है कि मेरे घर में शौचालय बन गया, गैस चूल्हा आ गया. आज घरों में पानी आ गया. 5 लाख का इलाज मिल रहा है. देश के अभिभावक के रूप नरेंद्र मोदी ने देशवासियों का ध्यान रखा है.