सदर हॉस्पिटल रांची को ‘एनक्वास’ दिलाने की तैयारी में जुटा विभाग, सिविल सर्जन भी रेस

विवेक शर्मा

रांची : सदर हॉस्पिटल रांची सुपरस्पेशियलिटी में जल्द ही एनक्वास की टीम विजिट कर सकती है. इसे लेकर हॉस्पिटल प्रबंधन ने अपनी ओर से तैयारी तेज कर दी है. वहीं सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार खुद से इसकी मॉनिटरिंग कर रहे है. जिससे कि सदर हॉस्पिटल को एनक्वास का सर्टिफिकेट मिल जाए. इससे केंद्र सरकार की ओर से हॉस्पिटल को और बेहतर बनाने के लिए ग्रांट उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं इस राशि से मरीजों के लिए हॉस्पिटल में सुविधाएं भी बढ़ेगी. बता दें कि एनक्वास के तहत हॉस्पिटल में सफाई, हाइजीन और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को चेक किया जाता है.

सर्टिफिकेट के साथ मिलेगा ग्रांट

नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) की टीम के विजिट करने की संभावना है. ये टीम हॉस्पिटल की व्यवस्था का जायजा लेगी. डॉक्टरों और स्टाफ का रिकॉर्ड जांचेगी. स्टाफ से मरीजों के इलाज करने संबंधी सवाल पूछे जाएंगे. हर विभाग के कर्मचारियों से उनके संबंधित सवाल-जवाब होंगे. इसे लेकर सिविल सर्जन खुद से सभी चीजों की मॉनिटरिंग कर रहे है. सर्टिफिकेट मिलने के बाद हॉस्पिटल को तय राशि भी मिलेगी. ये राशि मरीजों के हित में खर्च की जाएगी.

टूटी कुर्सियां दुरुस्त, नई भी लगाई गई

हॉस्पिटल की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए टीमें लगी हुई है. टूटी कुर्सियों को दुरुस्त किया जा रहा है. ओपीडी में कुर्सियों पर पेंट भी किए गए है. नई कुर्सियां भी लगाई गई है जो किसी ऑफिस के वेटिंग एरिया से कम नहीं है. डस्टबिन की कई बार सफाई कराई जा रही है. हालांकि सदर के लिए यह नया नहीं है. चूंकि यहां की सफाई व्यवस्था प्राइवेट हॉस्पिटल की तर्ज पर है. इसलिए सफाई के लिए प्रबंधन को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी होगी. बायो मेडिकल वेस्ट के प्रॉपर डिस्पोजल की जानकारी दी जा रही है.

क्या है एनक्वास सर्टिफिकेशन

हॉस्पिटलों के लिए नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट के लिए हर साल मूल्यांकन किया जाता है. इसमें अलग-अलग बिंदुओं पर जांच की जाती है. वहीं पिछले वर्ष की तुलना में सुविधाओं में क्या सुधार हुआ है और सुविधाओं का कितना विस्तार किया गया है. इसके अलावा सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की कार्यप्रणाली, साफ-सफाई और इंफेक्शन कंट्रोल को भी देखा जाता है. मरीजों और परिजनों से भी फीडबैक लिया जाता है. वेस्ट मैनेजमेंट, मरीजों की समस्याओं का समाधान आदि बिंदुओं पर मूल्यांकन किया जाता है.

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