ऋषि जिंदाबाद ,पाकितान मुर्दाबाद’ के नारे से गूंजा बेगूसराय, शहीद ऋषि रंजन के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब

बेगूसरायः लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन अब इस दुनिया में नहीं रहे. लेकिन उनकी वीरता की कहानी न सिर्फ बेगूसराय बल्कि देश भर के लोगों की जुबान पर रहेगी. शहीद ऋषि रंजन की अंतिम यात्रा में उनके दर्शन के लिए गांव में जनसैलाब उमड़ा पड़ा है. लोग ऋषि जिंदाबाद और पाकितान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं.

पाकिस्तान के नापाक हरकतों के कारण हुई ऋषि रंजन की शहादत पर बेगूसराय के आम और खास हर तबके के लोगों में खासी नाराजगी देखी जा रही है. इसकी बानगी आज बेगूसराय के सड़कों पर देखने को मिली. जब हजारों की संख्या में लोग शहीद ऋषि की अंतिम दर्शन के लिए बेगूसराय के जीडी कॉलेज में जमा हुए.

इस दौरान मौजूद जनसैलाब के नारे ऋषि भैया जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया. वहां मौजूद लोगों ने नम आंखों से अपने लाल को अंतिम विदाई दी. इससे पहले ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर विशेष विमान से रविवार को पटना एयरपोर्ट लाया गया. जहां एयरपोर्ट पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद पटना से वाया रोड बेगूसराय उनके आवास पर लाया गया.

बेगूसराय में मौजूद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ऋषि की शहादत को लेकर पूरा बिहार और बेगूसराय के लोगों में गुस्सा है उबाल है. आलम यह है कि यहां के नौजवान पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगा रहे हैं. यह आक्रोश है. पाकिस्तान के कायराना हरकत को लेकर. उन्होंने कहा कि ऋषि का परिवार एक ऐसा परिवार है जिस परिवार से पांच पांच लोग राष्ट्र की सेवा में सेना में तैनात थे. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ऋषि की शहादत बेकार नहीं जाएगी.

वहीं, इस मौके पर मटिहानी के पूर्व जदयू विधायक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह ने कहा कि मुझे भारत माता का बेटा होने में गर्व महसूस हो रहा है. गौरव की बात यह है कि भारत माता की रक्षा के लिए शहीद हुआ ऋषि बेगूसराय का रहने वाला है. इसके लिए लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. यह आशा कि राष्ट्रवाद के प्रणेता नरेंद्र मोदी इसका करारा जवाब देंगे. जदयू के जिला अध्यक्ष रुदल राय ने कहा कि इस शहादत से वह आहत हैं. शहीद के जाने से बेगूसराय की एक बड़ी क्षति हुई है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. इस दुख की घड़ी में हम परिवार के साथ खड़े हैं.

फिलहाल ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर सिमरिया के लिए प्रस्थान कर चुका है. इस अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शव के साथ सिमरिया गंगा घाट के लिए रवाना हो चुके हैं.