Mumbai : शेयर बाजार ने जोरदार शुरुआत की। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 407.67 अंकों की छलांग लगाते हुए 83,013.10 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 104 अंक चढ़कर 25,427.55 पर कारोबार करता दिखा। इस सकारात्मक माहौल के बीच भारतीय रुपया भी 40 पैसे मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 87.68 पर पहुंच गया।
बाजार की यह बढ़त भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौते की अटकलों के कारण देखी जा रही है। नवंबर में इस समझौते को लेकर कोई ठोस घोषणा हो सकती है, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और बाजार में उत्साह देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की व्यापारिक टीम अमेरिका में मौजूद है और बातचीत सकारात्मक दिशा में जा रही है। इससे यह संकेत मिलता है कि भारत-अमेरिका के बीच आर्थिक रिश्तों को नई मजबूती मिल सकती है।
हालांकि बाजार विश्लेषक अजय बग्गा ने यह भी चेतावनी दी है कि वर्तमान में बाजार ‘ओवरबॉट ज़ोन’ में है, यानी ज़रूरत से ज़्यादा खरीदार सक्रिय हैं। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में थोड़ी गिरावट या मुनाफावसूली हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक घटनाक्रमों का असर भी बाजार पर पड़ सकता है। विशेष रूप से ट्रंप द्वारा दिया गया यह बयान, जिसमें उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका को रूसी तेल की खरीद बंद करने का आश्वासन दिया है इस तरह की खबरों की पुष्टि या खंडन से भी बाजार की दिशा तय हो सकती है।

बाजार में लगभग सभी सेक्टरों ने सकारात्मक रुख दिखाया। ऑटो, मीडिया, पीएसयू बैंक और रियल्टी जैसे सेक्टरों में हल्की लेकिन स्थिर बढ़त देखी गई। निवेशकों की नजर अब उन कंपनियों पर है जो आज अपनी दूसरी तिमाही के नतीजे जारी करेंगी। इनमें इंफोसिस, विप्रो, नेस्ले इंडिया, जियो फाइनेंशियल और एलटीआई मिंडट्री जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं, जिनके प्रदर्शन से बाजार की अगली चाल तय हो सकती है।
इसी के साथ आज दवा कंपनी रूबिकॉन रिसर्च का शेयर बाजार में डेब्यू भी हो रहा है। इसके IPO को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था और यह 109 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था, जिससे 1,377 करोड़ रुपये जुटाए गए।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों की बात करें तो अमेरिकी बाजार बुधवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। जहां एसएंडपी 500 और नैस्डैक में बढ़त देखी गई, वहीं डॉव जोन्स थोड़ा कमजोर रहा। एशियाई बाजारों में जापान, दक्षिण कोरिया और ताइवान में तेजी रही, जबकि हांगकांग और सिंगापुर के बाजार थोड़ी गिरावट के साथ बंद हुए।
कुल मिलाकर, घरेलू और वैश्विक स्तर पर बन रहे सकारात्मक माहौल के चलते भारतीय शेयर बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। हालांकि निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है क्योंकि बाजार ऊंचे स्तर पर पहुंच चुका है और कभी भी मुनाफावसूली शुरू हो सकती है।