Johar Live Desk : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास का गुरुवार शाम निधन हो गया. वे 79 वर्ष की थीं. पिछले महीने उदयपुर स्थित अपने आवास पर गणगौर पूजा के दौरान हादसे में गंभीर रूप से जल जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए अहमदाबाद के ज़ाइडस मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.
व्यास का पार्थिव शरीर आज यानी शुक्रवार को उदयपुर लाया जाएगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. बता दें कि 31 मार्च को गणगौर पूजा अनुष्ठान के दौरान उनका दुपट्टा आग की चपेट में आ गया था. जिससे वे 90 % तक झुलस गई थीं. शुरूआत में उन्हें उदयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से हालत गंभीर होने पर उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया.
राजनीतिक जीवन और योगदान
गिरिजा व्यास तीन बार उदयपुर से सांसद और दो बार विधायक रहीं. उन्होंने 1977 में उदयपुर जिला कांग्रेस प्रमुख के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. वे 1985 से 1990 तक राजस्थान सरकार में मंत्री, फिर 1991 में पहली बार लोकसभा सांसद बनीं. वे पीवी नरसिम्हा राव सरकार में सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री और बाद में मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री भी रहीं. इसके अलावा वे राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
नेताओं ने जताया शोक
गिरिजा व्यास के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव जयराम रमेश व केसी वेणुगोपाल, और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहरा शोक व्यक्त किया. राहुल गांधी ने कहा, “शिक्षा, सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान अमूल्य रहा है. उनका जाना हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है.”
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