मंडल कारा जाकर बंदियों की वास्तविक स्थिति का करें आकलन- सचिव DLSA

कोडरमा: यू. टी. आर. सी. को सफल बनाने को लेकर जेल विजिटिंग अधिवक्ताओ और पारा लीगल वोलेनटियर की एक बैठक संपन्न हुई. बैठक जिला न्याय सदन कोडरमा स्थित DLSA के सचिव के प्रकोष्ठ में हुई. जिसकी अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकार(DLSA) के सचिव गौतम कुमार ने की. बता दें कि आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार( NALSA), नई दिल्ली द्वारा चलाये जा रहे, विशेष अभियान त्रैमासिक UTRC 2024 के सन्दर्भ में और झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार(JHALSA) के निर्देशानुसार, DLSA कोडरमा के तत्वावधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष DLSA विरेन्द्र कुमार तिवारी के कुशल मार्ग दर्शन में हुआ. इस बैठक में NALSA द्वारा दिए गए मानदंडो के आधार पर कई बंदियों के वास्तविक स्थितियों पर विचार विमर्श किया गया.

15 अप्रैल को 2024 की पहली UTRC बैठक

इस अभियान के तहत कोडरमा न्यायमंडल के अलग-अलग न्यायालयों से NALSA द्वारा निर्देशित 14 श्रेणियों में से अलग अलग श्रेणी के चिन्हित किए जाने के सन्दर्भ में जेल विजिटिंग अधिवाक्ताओ को निर्देश दिया गया कि वे मंडल कारा कोडरमा जाकर वहां विभिन्न मामलो में विचाराधीन बंदियों की वास्तविक स्थिति का आकलन करे. उससे सम्बंधित रिपोर्ट DLSA को उपलब्ध कराए. ताकि उसपर आगामी 15 अप्रैल को आयोजित होने वाले त्रैमासिक UTRC की बैठक में विचार किया जा सके. उल्लेखनीय है कि इस वर्ष की पहली त्रैमासिक UTRC की बैठक 15 अप्रैल 2024 को आयोजित की जाएगी. बैठक में मंडल कारा कोडरमा के सहायक कारापाल को भी इस सम्बन्ध में कई आवश्यक दिशा निर्देश देंगे.

बैठक में शामिल लोग

मौके पर DLSA सचिव गौतम कुमार, जेल विजिटिंग अधिवक्ता सह डिप्टी चीफ एल ए डी सी किरण कुमारी व राजेंद्र मंडल, असिस्टेंट एल ए डी सी अरुण कुमार ओझा, ललन कुमार चौधरी व अश्विनी शरण सहायक कारापाल अभिषेक कुमार, जेलकर्मी राजीव कुमार, न्यायालयकर्मी रणजीत कुमार सिंह, संतोष कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.