तूल पकड़ने लगा एसडीपीओ साजिद जफर का मामला, तबादला नहीं रोका तो पदयात्रा कर रांची में देंगे इस्तीफा

गिरिडीह: गिरिडीह के खोरीमहुआ एडीपीओ के तबादले के बाद एसडीपीओ साजिद जफर द्वारा सोशल मीडिया में इस्तीफा देने की घोषणा करने का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. स्थानीय लोगों में सरकार की कार्यशैली से नाराजगी और आक्रोश का माहौल बना हुआ है. इलाके के विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के लोगों ने खोरीमहुआ एसडीपीओ कार्यालय के सामने धरना देकर प्रदर्शन किया. एसडीपीओ साजिद जफर के समर्थन में धरने पर बैठे इलाके के लोगों ने कहा है कि अगर सरकार ने तबादला नहीं रोका तो वे सब एसडीपीओ साजिद जफर के साथ पदयात्रा करके रांची जाएंगे, जहां साजिद अपना इस्तीफा सौपेंगे.

बता दें कि खोरीमहुआ एसडीपीओ साजिद जफर का तबादला बोकारो कर दिया गया है. एक महीने पहले ही उन्होंने खोरीमहुआ एसडीपीओ पद पर योगदान दिया था. बार-बार तबादले से नाराज एसडीपीओ साजिद जफर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए तबादले को अन्यायपूर्ण फैसला बताकर इस्तीफा देने की बात कही थी.  जिससे राज्य के राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया. हालांकि बाद में पोस्ट को डिलीट कर दिया गया. तबादले को लेकर साजिद जफर ने कहा कि खोरीमहुआ एसडीपीओ पद को संभालने के बाद उन्होंने कई संवेदनशील और अहम मामलों को निपटाया है. फिर उनके साथ अन्याय क्यों हो रहा है. एसडीपीओ साजिद ने कांग्रेस से भी सवाल किया कि राहुल गांधी देश में न्याय यात्रा चला रहे हैं तो झारखंड में उनके गठबंधन की सरकार के रहते अन्याय क्यों हो रहा है.

ये भी पढ़ें: सुरक्षाबलों ने तेज किया नक्सल विरोधी अभियान, ध्वस्त किया गया नक्सलियों का अस्थायी कैंप