Ranchi : राजधानी रांची के रातू में बीती शाम हुए हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। रुरल एसपी प्रवीण पुष्कर के नेतृत्व में गठित SIT ने महज छह घंटों के भीतर हत्याकांड में शामिल छह संदेही गुनहगारों को धर दबोचा। गिरफ्तार लोगों के नाम कुणाल कुमार उर्फ बसंत यादव, लालमोहन प्रजापति, इमरोज अंसारी, बबलू यादव, श्रीचंद प्रजापति उर्फ चंदु और विजय प्रजापति उर्फ कालू बताये गये। पूरे कांड का मास्टरमाइंड कुणाल कुमार उर्फ बसंत यादव है। इन लोगों की निशानदेही पर पुलिस ने तीन देशी पिस्टल, मैगजीन, पांच जिंदा गोलियां, एक बाइक, एक अल्टो कार और छह एंड्रॉयड मोबाइल एवं तीन कीपैड मोबाइल बरामद किये हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि महज एक कंफ्यूजन के चलते रवि कुमार की जान चली गयी। रवि कुमार हजारीबाग के केरेडारी का रहने वाला था। अपराधियों का टारगेट था राजबल्लभ गोप उर्फ बलमा, पर उसकी जगह रवि कुमार को जान गंवानी पड़ी। राजबल्लभ गोप को भी गोली लगी है और वह अस्पताल में भर्ती है। इस बात का खुलासा DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने किया।
पिता की पिटाई का बदला लेना चाहता था राजबल्लभ
DIG सह SSP चंदन कुमार सिन्हा ने मीडिया को बताया कि कुणाल कुमार उर्फ बसंत यादव का राजबल्लभ गोप उर्फ बलमा के साथ पुरानी रंजिश थी। एक साल पहले राजबल्लभ ने कुणाल के पिता की सड़क पर पटक कर पिटाई कर दी थी। इसके बाद से कुणाल बदला लेने की फिराक में था। वहीं, किसी शख्स से कुणाल ने दस हजार रुपये उधार के तौर पर लिये थे। जिस शख्स से उसने पैसे उधार लिये थे, उसे राजबल्लभ गोप भड़का रहा था। उसके अलावा भी मोहल्ले के लोगों को भी वह भकड़काता रहता था कि कुणाल पैसे उधार तो ले लेगा, पर वापस नहीं करेगा। यह बात कुणाल की पत्नी के कानों तक भी पहुंची, जिससे वह अपमानित महसूस करने लगा। इसके बाद कुणाल ने राजबल्लभ गोप से बदला लेने की ठान ली। उसे रास्ते से हटाने का खतरनाक इरादा बना लिया।
दोस्तों के जरिये किया तीन सुपारी किलर्स से संपर्क
कुणाल ने अपने साथियों लालमोहन प्रजापति और बबलू यादव की मदद से तीन सुपारी किलर्स से संपर्क किया। ये किलर्स पहले भी रंगदारी और लेवी मांगने के मामले में शामिल रहे चुके हैं। राजबल्लभ को मारने के लिए पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ। सारी प्लानिंग तय हो गयी। शूटरों को बताया गया कि राजबल्लभ उर्फ बलमा अधिकतर सफेद शर्ट पहनता है और बुलेट से चलता है।
कंफ्यूजन में राजबल्लभ के जगह मारा गया रवि कुमार
बीते 06 सितंबर को सभी आरोपी ठाकुरगांव में मिले और शाम को झखराटांड़ में बलमा की रेकी की। उसी दौरान शूटरों को दूर से राजबल्लभ को दिखाया गया और उसकी पहचान कराई गई। वह इलाके के ही प्रदीप लोहरा उर्फ चरकू के घर पर शराब पीने गया था। अलगे रोज यानी सात सितंबर की शाम राजबल्लभ प्रदीप लोहरा उर्फ चरकू के घर फिर से शराब पीने पहुंचा। वहीं पर रवि कुमार भी बैठकर शराब पी रहा था। इत्तेफाक से उसने भी सफेद शर्ट पहन रखा था और बुलेट से वहां आया था। शाम करीब 6:15 बजे हमलावर भी चरकु के घर पहुंचे और रवि कुमार को राजबल्लभ समझकर ताबड़तोड़ गोली चली दी। इसी दरम्यान बीच-बचाव करने आये राजबल्लभ को भी गोली मार दी गयी। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से भाग निकले। रवि कुमार ने स्पॉट पर ही दम तोड़ दिया। वहीं, लहूलुहान राजबल्लभ उर्फ बलमा को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुनें क्या बता गये DIG सह SSP चंदन कुमार सिन्हा…
रातू हत्याकांड का खुलासा : महज एक कंफ्यूजन में नाहक मारा गया रवि कुमार, SSP बता गये पूरी कहानी… देखें pic.twitter.com/CC8OOZSJqh
— Johar Live (@joharliveonweb) September 8, 2025
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