आतंकी फंडिंग में 9 साल से फरार श्रवण देवघर से गिरफ्तार, रायपुर पुलिस ने की कार्रवाई

देवघर। आतंकी फंडिंग मामले में पिछले 9 सालों से फरार चल रहे आरोपी श्रवण को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। श्रवण को छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पकड़ा है। रायपुर पुलिस की टीम ने देवघर में कुंडा थाना क्षेत्र के बंधा इलाके से गिरफ्तार किया है। रायपुर पुलिस आरोपी श्रवण को न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लेकर निकल गयी। रायपुर में आरोपी से पूछताछ की जाएगी। पुलिस मान रही है कि पूछताछ में और भी कई खुलासे होने की उम्मीद है। आरोपी श्रवण बिहार के जमुई जिले का मूल निवासी है। वर्तमान में वह देवघर के बंधा में रहते हुए ड्राइवरी का काम कर रहा था। इधर इस मामले में पुलिस ने बताया कि आतंकी फंडिंग मामले को लेकर आरोपी के खिलाफ उसके खाते से लेन-देन के पुख्ता सबूत मिले थे। जिस पर गुप्त कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी थी। वहीं कार्रवाई के दौरान पुलिस ने झारखंड के देवघर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र से उसे साइबर क्राइम मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया और उसे अपने साथ रायपुर लेकर पहुंची है।

इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी के सदस्यों को पाकिस्तान से आने वाले फंड पहुंचता था गिरफ्तार श्रवण
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने आरोपी श्रवण के बारे जानकारी देते हुए कहा कि, आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी के सदस्यों को पाकिस्तान से आने वाले फंड पहुंचाने मामले में आरोपी श्रवण कुमार मंडल पिछले 09 सालों के बाद देवघर से गिरफ्तार किया गया। मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने आगे बताया कि खालिद ने धीरज को आइसीआइसीआइ बैंक में अकाउंट खुलवाने कहा। इस बात की जानकारी धीरज ने अपने मौसेरे भाई श्रवण मंडल को दी और कहा तुम भी जुड़ जाओ, बहुत पैसा मिलेगा। हम उसके साथ जुड़े हुए हैं। इसके बाद श्रवण ने सरस्वती नगर स्थित आईसीआईसीआई बैंक में बैंक में अकाउंट खुलवाया। जिसके बाद इसकी जानकारी पाकिस्तानी खालिद को दे दी गयी। खालिद ने श्रवण से कहा कि वह इस अकाउंट में जितना भी पैसा डलवायेगा, उसका 13 प्रतिशत हिस्सा काटकर बाकी पैसा उसके बताए अन्य लोगों के अकाउंट में जमा करना होगा। श्रवण के बैंक अकाउंट में अलग-अलग तारीखों पर 25-30 लाख से भी अधिक रुपये जमा कराये गये। जिसमें से 13 प्रतिशत रकम काटकर वह जुबैर हुसैन, राजू खान एवं आयशा बानो और प्रतिबंधित संगठन सिमी व इंडियन मुजाहीद्दीन समेत अन्य खातों में जमा करता था।