पुलिस ने किया जीत लाल मांझी हत्याकांड का खुलासा, जमीन विवाद में की गई थी हत्या

बोकारो: जिला स्थित गोमिया के पुलिस निरीक्षक महेश प्रसाद सिंह ने तेनुघाट पुलिस निरीक्षक कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों को बताया कि महुआटांड़ थाना क्षेत्र के मझली देवी ने अपने पति जीत लाल मांझी के गुमशुदा के संबंध में लिखित आवेदन देते हुए बताया था कि बीते 7 जनवरी को सोहराय पर्व मनाने के क्रम में रात्रि में उसके पति गुम हो गए. परिजनों द्वारा उसकी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नही चला. फिर 10 जनवरी को गांव के समीप सरना कुआं में जीत लाल मांझी का गमछा पाया गया. उसके आधार पर मझली देवी ने अपने पति की हत्या की आशंका जताते हुए बीते 11 जनवरी को गांव के अनिल किस्कु, कैला मांझी, सीताराम मांझी, लक्ष्मण किस्कु, सुलेन्द्र किस्कु  फुटकाडीह बाजार टांड़ के विरुद्ध आवेदन दिया.

गमछे से गला दबाकर कर दी हत्या 

पुलिस टीम के पूछताछ के क्रम में सुलेन्द्र किस्कु ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि बीते 7 जनवरी को करीब 9:30 बजे रात्रि जीतलाल मांझी को धक्का देते हुए भोला किस्कु के रहार बाडी में ले गया. वहां से वापस आकर साथी सुभाष किस्कु को भी अपने साथ ले गया और लौट कर जीत लाल मांझी के गमछे से ही उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद लक्ष्मण किस्कु को बुलाकर एक साथ तीनों पास के ही सरना स्थल के कुआं में डाल दिया. फिर 9 जनवरी को सभी ने मिलकर जीतलाल मांझी के शव को रात्रि में कुआं से निकाल कर शव को छुपाने के लिए गांव के जंगल होरो दहरा के एक गड्ढे में डाल दिया. फिर 10 जनवरी को दोबारा सभी ने गड्ढे से शव के बाहर कर साइकिल से रजरप्पा के सिदिरका खदान में बड़े-बड़े पत्थर बांधकर डाल दिया.

जमीन विवाद में की गई थी हत्या

पुलिस ने बताया हत्या जमीन विवाद के कारण हुई है. हत्यारों की निशानदेही पर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. वहीं हत्या में सम्मिलित आरोपियों को गिरफ्तार जेल में भेज दिया गया. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक गमछा, प्लास्टिक की रस्सी, सफेद बोरा में पत्थर के टुकड़े, एक कच्ची लकड़ी, एटलस साइकिल, कुल्हाड़ी, एक पत्थर का टुकड़ा, प्लास्टिक की रस्सी बरामद किया. हत्याकांड के उद्भेदान में महुआटांड़ थाना प्रभारी अभिषेक महतो, पुअनि आनंद करमाली, पुअनि लालचंद महतो, पुअनि रुलेश रंजन, पुअनि सुविमल मुर्मू शामिल थे.