New Delhi : मशहूर AI चैटबॉट, ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI अब भारत के साथ मिलकर काम करने की तैयारी में है. खबर है कि कंपनी भारत में डेटा सेंटर बनाने के लिए साझेदारी कर सकती है. यह सब OpenAI के एक नए ग्लोबल प्रोग्राम ‘ओपनएआई फॉर कंट्रीज’ के तहत हो सकता है.
क्या है ये ‘ओपनएआई फॉर कंट्रीज’ प्रोग्राम?
यह एक नया ग्लोबल प्रोग्राम है जिसके तहत OpenAI अमेरिकी सरकार के साथ मिलकर दूसरे देशों को डेटा सेंटर जैसी AI से जुड़ी बड़ी सुविधाएं बनाने में मदद करेगा. यह एक दो-तरफा साझेदारी होती है.
इसका एक उदाहरण UAE (संयुक्त अरब अमीरात) है. हाल ही में हुई डील के मुताबिक, UAE में एक बहुत बड़ा AI कंप्यूटिंग क्लस्टर बनाया जाएगा. बदले में, UAE भी अमेरिका में ऐसे ही AI इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करेगा. भारत के साथ भी इसी तरह की साझेदारी हो सकती है, हालांकि अभी इसकी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है.
OpenAI के बड़े अधिकारी भारत में
इस सिलसिले में OpenAI के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर, जेसन क्वोन, दिल्ली में हैं. वो जापान, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर जैसे कई एशियाई देशों का दौरा कर रहे हैं. उनका मकसद सरकारों और प्राइवेट कंपनियों से मिलकर इस प्रोग्राम के तहत अवसरों पर बात करना है.
जेसन क्वोन ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा, “भारत आकर मुझे यह साफ हो गया है कि यहां की सरकार AI के फायदों को समझती है. इसके लिए दो चीजों में निवेश जरूरी है – पहला, जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर (जैसे डेटा सेंटर) और दूसरा, AI टैलेंट तैयार करना. इन क्षेत्रों में आगे बढ़कर भारत अपनी आर्थिक तरक्की को और तेज कर सकता है.”
भारत में AI टैलेंट बढ़ाने पर फोकस
डेटा सेंटर की बातों के अलावा, OpenAI ने भारत में AI टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी पहल भी की है.
लॉन्च हुई ‘OpenAI एकेडमी’: कंपनी ने भारत सरकार के IndiaAI मिशन के साथ मिलकर ‘OpenAI एकेडमी’ लॉन्च की है. यह पहली बार है जब OpenAI ने अपनी एजुकेशन प्लेटफॉर्म किसी दूसरे देश में लॉन्च किया है.
सरकार के साथ समझौता: इसके लिए एक MoU (समझौता ज्ञापन) पर भी हस्ताक्षर हुए हैं, जिसके तहत कई काम किए जाएंगे:
भारत के डेवलपर्स, स्टार्टअप्स और स्टूडेंट्स को AI की ट्रेनिंग और टूल्स दिए जाएंगे.
सरकारी अधिकारियों को भी हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में AI की ट्रेनिंग दी जाएगी.
देश के 6 शहरों में वर्कशॉप और वेबिनार आयोजित किए जाएंगे.
चुने हुए 50 स्टार्टअप्स को कंपनी की तरफ से API क्रेडिट्स (लगभग 83 लाख रुपये तक) मुफ्त में मिलेंगे, जिससे वे अपने प्रोडक्ट्स बना सकें.
7 राज्यों में हैकथॉन (कोडिंग प्रतियोगिता) आयोजित होंगे, जिनमें करीब 25,000 स्टूडेंट्स के हिस्सा लेने की उम्मीद है.
इस मौके पर आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमारे स्टार्टअप्स, डेवलपर्स और रिसर्चर्स तेजी से और बेहतर काम कर सकें, इसके लिए जरूरी है कि उन्हें लेटेस्ट AI टूल्स आसानी से मिलें.” OpenAI का भारत की तरफ बढ़ता यह कदम देश के AI इकोसिस्टम के लिए एक बड़ी और अच्छी खबर हो सकती है.
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