सुशांत सिंह राजपूत की मौत का एक साल,NCB ने कहा- मामले में अभी जांच बंद नहीं हुई

सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स केस में अब तक 35 आरोपी सामने आ चुके हैं, लेकिन इनमें रिया चक्रवर्ती को छोड़कर कोई बड़ा नाम नहीं है। इस केस से बॉलीवुड में ड्रग्स लेने की बात फिर सामने आ गई है, लेकिन किसी बड़े स्टार के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला।

इस केस में 35 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है, जिनमें से आठ को छोड़कर बाकी सबको जमानत भी मिल चुकी है। सुशांत के रूम मेट सिद्धार्थ पिठानी को पिछले महीने की 26 तारीख को गिरफ्तार किया गया। इससे संकेत मिला है कि NCB अभी भी जांच को आगे बढ़ा रही है।

अब तक ड्रग्स केस में क्या-क्या हुआ?

एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) यानी प्रवर्तन निदेशालय को ट्रेस किए हुए मैसेजेस से ड्रग्स के लेन-देन का पता चला। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को इंटीमेशन दिया गया और केस संख्या सीआर 16/ 2020 दर्ज कर NCB ने जांच का सिलसिला शुरू कर दिया।

NCB ने रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक और दूसरे आरोपियों को अरेस्ट करना शुरू कर दिया, जिनमें से ज्यादातर ड्रग्स के लेन-देन में शामिल थे।
रिया को जमानत मिल गई। माना जा रहा था कि रिया ड्रग्स ट्रेड को फाइनेंस कर रही थीं, इसके कोई सबूत नहीं मिले।

NCB ने 35 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है, जिस पर अब ट्रायल शुरू होगा।
चार्जशीट 12 हजार पेज की है और 50 हजार पेज डिजिटल फॉर्मेट में हैं। चार्जशीट में 200 गवाहों के बयान जोड़े गए हैं।

रिया चक्रवर्ती के खिलाफ क्या आरोप हैं?

रिया के खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के सेक्शन 22 (बी) (टु) और 8 (सी के साथ) सेक्शन 27 ए, 28, 29 और 30 के तहत केस दायर किया गया है।
सेक्शन 20 का मतलब है अवैध रूप से गांजा अपने पास रखना या उसकी लेनदेन संबंधित अपराध।
सेक्शन 27 ए से मतलब है प्रतिबंधित ड्रग्स के व्यापार के लिए पैसे उपलब्ध कराना।
सेक्शन 28 का मतलब गुनाह करने का प्रयास।
सेक्शन 29 का मतलब है गुनाह का षडयंत्र रचना।
सेक्शन 30 का मतलब है गुनाहों की तैयारी में शामिल होना।