एनटीपीसी के कोयला ट्रांसपोर्टिंग से कुसुम्भा को शहर से जोड़ने वाली मुख्य पथ की स्थिति हुई नारकीय

Joharlive Team

  • लोगों की भावना और दर्द से अवगत होकर एनटीपीसी और त्रिवेणी अधिकारियों को लेकर ग्रामीणों के बीच पंहुचे सदर विधायक
  • ग्राम वासियों की ओर से उनकी मांग को रखते हुए एनटीपीसी के अधिकारियों से कहा की इनके पथ पर पूर्णतः ट्रांसपोर्टिंग रोककर अपने वैकल्पिक पथ का एनटीपीसी करें उपयोग
  • एनटीपीसी अधिकारी ने कहा आगामी दो दिनों में स्थिति करेंगे स्पष्ट और तत्काल ट्रांसपोर्टिंग रोककर इस सड़क का रिपेयरिंग कराएंगे

हजारीबाग। किसी भी क्षेत्र के विकास का दो पहलू होता है। ये दो पहलू है सकारात्मक और नकारात्मक। सदर विधानसभा क्षेत्र के कटकमदाग प्रखंड स्थित अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में शुमार ग्राम पंचायत कुसुम्भा आज़ादी के दशकों तक बिजली की रोशनी के लिए तरस रहा था लेकिन जैसे ही इस गांव के बगल से होकर एनटीपीसी का कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम शुरू हुआ गांव की सूरत बदल गई। एनटीपीसी का ट्रांसपोर्टिंग कुसुम्भा गांव के बगल से शुरू होने से गांव के लिए सकारात्मक पक्ष यह रहा की वर्तमान में गांव में बिजली की रोशनी, सुदृढ़ सड़क व नाली और स्ट्रीट लाइट लगने से पूरे गांव का नक्शा ही परिवर्तित हो गया। लेकिन इसका नकारात्मक पक्ष यह हुआ की गांव के बाहर से निकलनी वाली शहर को कुसुम्भा गांव से जोड़ने वाली मुख्य पथ पर ट्रांसपोर्टिंग का कार्य होने और सैकड़ों हाईवा सहित भारी- भरकम गाड़ियों पर परिवहन होने के कारण इस पथ की जर्जर हालत हो गई है। इस जर्जर पथ के कारण पूरे कुसुम्भा ग्रामवासी बेहाल हैं और नारकीय स्थिति से प्रतिदिन जूझ रहे हैं। सड़क की इस भयावह स्थिति के कारण आए दिन लोग दुर्घटना का भी शिकार होते हैं और आवागमन- परिवहन में हमेशा खतरा बना रहता है।

ग्राम पंचायत कुसुम्भा के निवासियों के इस अपार कष्ट को समझते हुए ग्रामवासियों के आग्रह पर सोमवार को सदर विधायक मनीष जायसवाल एनटीपीसी और त्रिवेणी सैनिक कंपनी के वरीय अधिकारियों के साथ कुसुम्भा गांव पहुंचे और यहां पंचायत भवन सभागार में ग्राम वासियों के साथ बैठक करके उनकी भावना से अवगत हुए और ग्राम वासियों के भावना व उनके दर्द को समझते विधायक श्री जायसवाल ने एनटीपीसी के अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा की संपूर्ण ग्राम वासियों की सर्वसम्मति से यही मांग है की एनटीपीसी हमारे आवागमन और परिवहन हेतु निर्मित मुख्य सरकारी पथ को अपने परिवहन के लिए पूर्ण तरीके से बंद करें और जल्द से जल्द अपने स्तर से बनाए गए वैकल्पिक पथ का प्रयोग करें। विधायक श्री जायसवाल ने इसके लिए उपस्थित एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक राजीव रंजन से एक तय सम निर्धारित करते हुए ग्रामीणों को आश्वस्त करने और फिलहाल ट्रांसपोर्टिंग रोककर मुख्य पथ की नरकीय और बदहाल स्थिति को लोगों के चलने लायक बनाने का निर्देश दिया। ग्रामीणों की ओर से विधायक श्री जायसवाल की मांग पर एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक राजीव रंजन ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा की हमारे वैकल्पिक पथ में रेलवे के साथ तकनीकी पेंच फंसी है लेकिन इसे जल्द रेलवे से वार्ता करके हम सुलझा लेंगे उसके बाद ही हम अपने इस पथ पर कबतक अपना पूर्णतः ट्रांसपोर्टिंग चालू करेंगे ये बता पाएंगे इसके लिए हमें दो दिनों का समय चाहिए। इसके अलावे कुसुम्भा मुख्य पथ का टेंडर साज़ द्वारा हो गया है जिसपर वर्षात के उपरांत अक्टूबर महीने से काम शुरू होगा। इससे पहले तत्काल हम अपना ट्रांसपोर्टिंग रोककर इसे चलने योग्य बना देंगे। उन्होंने लोगों से इस मामले को लेकर दो दिन बाद स्थिति स्पष्ट करने की बात भी कही ।

मौके पर विशेषरूप से त्रिवेणी सैनिक के जीएम आर.के. पटनायक, एनटीपीसी अधिकारी विभूति प्रसाद, रंजीत कुमार, संतोष महतो, त्रिवेणी अधिकारी रमेश नागराज, कुसुम्भा मुखिया गणेश तुरी, प्रखंड प्रमुख अशोक यादव, कटकमदाग विधायक प्रतिनिधि अजय साहू, स्थानीय ग्रामीण राजू यादव, धुपलाल गोप, सुरेंद्र राणा, हरिनाथ यादव, कमल यादव, भोला राम, करण राणा, मोहन तुरी, प्रमोद यादव, भाजपा कार्यकर्ता सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी सहित दर्जनों स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे ।