Patna : बिहार की चुनावी राजनीति में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस बार विरोध का एक नया तरीका अपनाया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस या पारंपरिक भाषणों की बजाय उन्होंने एक वीडियो सॉन्ग के माध्यम से सीधे केंद्र और राज्य की एनडीए सरकार पर निशाना साधा है। यह वीडियो सिर्फ एक प्रचार सामग्री नहीं, बल्कि जनता की आवाज़ और सत्ता के खिलाफ एक सख्त संदेश है।
20 साल का सवाल: “अब हमको माफ करो”
वीडियो में तेजस्वी यादव ने भावनात्मक और आक्रामक अंदाज़ में कहा है कि बिहार की जनता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार से पूरी तरह ऊब चुकी है। उनका कहना है कि पिछले दो दशकों से एनडीए की सरकार सत्ता में है, लेकिन राज्य में बेरोजगारी, गरीबी और पलायन जैसी समस्याएं आज भी जस की तस बनी हुई हैं।
तेजस्वी ने वीडियो में सवाल उठाया है “कब तक हम जुमले सुनेंगे?”, और आरोप लगाया है कि एनडीए सरकार ने सिर्फ खोखले वादे किए हैं, जबकि जमीनी स्तर पर कोई ठोस काम नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के युवाओं के साथ धोखा हुआ है और उनकी उम्मीदों को बार-बार तोड़ा गया है।
बिहार की जनता मोदी-नीतीश से तंग आ चुकी है और एक स्वर में कह रही है …“अब हमको माफ करो”
कब तक बिहार आपका जुमला ज्ञान सुनता रहेगा और भाग्य को अपनी नियति मानता रहेगा? बिहार की जनता से मज़ाक़ मत कीजिए, बिहारवासियों के वोट का अनादर मत कीजिए। #TejashwiYadav pic.twitter.com/6CPfxasECu
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 15, 2025
“अबकी बार तेजस्वी सरकार” बदलाव का नारा
वीडियो में साफ तौर पर एक चुनावी अपील है जिसमें तेजस्वी कह रहे हैं कि इस बार जनता सरकार का मूल्यांकन वादों से नहीं, बल्कि काम और नतीजों के आधार पर करे। उनका दावा है कि बिहार बदलाव चाहता है और यह बदलाव अब टाला नहीं जा सकता। उनका नारा “अबकी बार तेजस्वी सरकार” लोगों के बीच एक नई उम्मीद के तौर पर पेश किया गया है।
बीजेपी का तीखा जवाब
तेजस्वी के इस वीडियो का जवाब भी बीजेपी ने उसी अंदाज़ में दिया है। बीजेपी ने एक वीडियो जारी करके तेजस्वी को “असफल वादों का चेहरा” और “अनुभवहीन नेता” बताया है। बीजेपी का आरोप है कि तेजस्वी की राजनीति सिर्फ बयानबाजी तक सीमित है और उनके पास कोई ठोस विजन नहीं है।
सोशल मीडिया बना चुनावी रणक्षेत्र
बिहार में इस बार का चुनाव सिर्फ रैलियों और रोडशो तक सीमित नहीं है। सोशल मीडिया, खासकर वीडियो कंटेंट, इस चुनाव की सबसे बड़ी रणनीति बनकर उभरी है। आरजेडी जहां युवाओं को आकर्षित करने के लिए गानों और क्रिएटिव वीडियो का सहारा ले रही है, वहीं बीजेपी तेजस्वी के हर दावे का तुरंत डिजिटल जवाब देने में जुटी है।