Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    19 Jun, 2025 ♦ 12:44 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»देश»निर्भया के दोषियों को मिली सजा, पोस्टमार्टम के लिए दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल भेजा गया, 30 मिनट बाद फंदे से उतारे गए चारों शव
    देश

    निर्भया के दोषियों को मिली सजा, पोस्टमार्टम के लिए दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल भेजा गया, 30 मिनट बाद फंदे से उतारे गए चारों शव

    Team JoharBy Team JoharMarch 20, 2020No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    Joharlive Desk

    नई दिल्ली। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दे दी गई। इसके साथ ही तिहाड़ में पहली बार एक साथ चार लोगों को फांसी दी गई है। इन चारों दोषियों को दुष्कर्म के एक मामले में फांसी की सजा दी गई।

    अपडेट….

    • चारों दोषियों के शवों का पोस्टमार्टम के लिए दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल भेज दिया गया है। वहां पांच सदस्यीय मेडिकल टीम पोस्टमार्टम करेगी। इसके बाद शवों को परिजनों को सौंप देंगे।
    • निर्भया मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह तिहाड़ जेल में फांसी दिए जाने के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया। जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया कि डॉक्टर ने जांच की और चारों को मृत घोषित कर दिया।
    • 30 मिनट बाद फंदे से चारों शव उतारे गए। साथ ही पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की जाएगी।
    • चारों दोषियों को उनके सेल से उठाया गया। दैनिक क्रिया के बाद चारों को नहाने के लिए कहा गया। उन चारों के लिए जेल प्रशासन की ओर से चाय मंगाई गई, लेकिन किसी ने भी चाय नहीं पी। इस दौरान विनय ने कपड़े बदलने से इनकार कर दिया और रो-रो कर माफी मांगने लगा।
    • उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया गया। उनकी आखिरी इच्छा पूछी गई। फांसी घर में लाने से पहले चारों को काले कुर्ते-पजामे पहनाए गए। फिर उनके हाथ पीछे की ओर बांध दिए गए। इसके बाद जब उन्हें फांसी घर लाया जाने लगा तो एक दोषी सेल में ही लेट गया और जाने से मना करने लगा।
    • किसी तरह उसे पकड़ कर फांसी घर तक लाया गया। फांसी कोठी से कुछ दूर पहले ही उनके चेहरे को काले कपड़े से ढंका गया। इसके बाद उनके पैरों को भी बांधा गया ताकि वे ज्यादा छटपटा न पाएं और एक दूसरे से टकराएं नहीं।
    • इसके बाद ठीक साढ़े पांच बजे पवन जल्लाद ने जेल नंबर-3 के सुपरिटेंडेंट के इशारे पर लीवर खींच दिया। इस दौरान जल्लाद की मदद के लिए तीन जेल कर्मचारी भी मौजूद थे। फांसी के करीब आधे घंटे बाद डॉक्टरोंने चारों दोषियों को मृत घोषित कर दिया।
    • पवन ने चार दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाकर आजाद भारत में तिहाड़ जेल में हुई फांसियों को लेकर अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। यहां एक ही अपराध के लिए चार दोषियों को एक साथ फांसी देने का यह रिकॉर्ड अब पवन के नाम है।
    • वहीं, डीजी जेल दोषियों की फांसी से पहले 24 घंटे तक जागते रहे और जेल के भीतर ही मौजूद रहे। जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट सुनील, एडिशनल आईजी (जेल) राजकुमार शर्मा और जेल के लीगल ऑफिसर पूरी रात जागते रहे।
    • दूसरी ओर फांसी के बाद पवन जल्लाद को कड़ी सुरक्षा के बीच तिहाड़ जेल से मेरठ के लिए रवाना कर दिया गया है।
    • भारत में यह पहली बार नहीं है, जब चार दोषियों को एक साथ फांसी की सजा दी गई हो। इससे पहले भी देश में चार लोगों को पुणे की यरवदा जेल में एक साथ फांसी दी जा चुकी है। 27 नवंबर 1983 को जोशी अभयंकर मामले में दस लोगों का कत्ल करने वाले चार लोगों को एक साथ फांसी दी गई थी।
    • गौरतलब है कि जनवरी 1976 और मार्च 1977 के बीच पुणे में राजेंद्र जक्कल, दिलीप सुतार, शांताराम कान्होजी जगताप और मुनव्वर हारुन शाह ने जोशी-अभयंकर केस में दस लोगों की हत्याएं की थीं। ये सभी हत्यारे अभिनव कला महाविद्यालय, तिलक रोड में व्यावसायिक कला के छात्र थे, और सभी को 27 नवंबर 1983 को उनके आपराधिक कृत्य के लिए एक साथ यरवदा जेल में फांसी दी गई थी।
    #National News #Online news Latest news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleदेवघर : 31 मार्च तक बाबा मंदिर में बाहरी श्रद्धालुओं पर रोक
    Next Article देवघर : प्रसाद योजना के तहत चल रहे कार्यों को ससमय गुणवत्तापूर्ण तरीके से करें पूर्णः उपायुक्त

    Related Posts

    देश

    ऑपरेशन सिंधु: भारत ने ईरान से 110 छात्रों को सुरक्षित निकाला

    June 19, 2025
    ट्रेंडिंग

    राहुल गांधी को जन्मदिन पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने दी शुभकामनाएं

    June 19, 2025
    दिल्ली की खबरें

    दिल्ली से लेह जा रही इंडिगो की फ्लाइट आधे रास्ते से लौटी

    June 19, 2025
    Latest Posts

    ऑपरेशन सिंधु: भारत ने ईरान से 110 छात्रों को सुरक्षित निकाला

    June 19, 2025

    CM नीतीश ने बिहार पुलिस के लिए 618 नये वाहन का किया लोकार्पित

    June 19, 2025

    भारी बारिश से बालूमाथ में बाढ़ जैसे हालात, खड़ा ट्रक बह गया

    June 19, 2025

    चलती ऑटो में लगी आ’ग, एक महिला की मौ’त, कई जख्मी

    June 19, 2025

    लगातार बारिश से दामोदर-भैरवी नदी उफान पर, प्रशासन ने दी चेतावनी

    June 19, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.