Ranchi : देश में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखी जा रही है। 28 मई तक देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 1,200 के पार पहुंच गई है, जबकि पिछले सप्ताह यह संख्या सिर्फ 257 थी। सबसे ज्यादा केस केरल (430) और महाराष्ट्र (325) से सामने आए हैं।
तेजी से फैल रहा है नया वैरिएंट JN.1
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, फिलहाल भारत में चार नए कोविड वैरिएंट सक्रिय हैं — JN.1, LF.7, XFG और NB.1.8.1। इनमें JN.1 सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है। यह अगस्त 2023 में लक्ज़मबर्ग में पहली बार मिला था और भारत में इसका पहला मामला दिसंबर 2023 में केरल में दर्ज हुआ था।
कैसे फैलता है नया वैरिएंट?
विशेषज्ञों के मुताबिक, ये नए वैरिएंट भी पुराने कोरोना वायरस की तरह ही फैलते हैं। खांसी, छींक और बात करने से निकले ड्रॉपलेट्स के जरिए वायरस हवा में फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, दूषित सतह को छूने और भीड़-भाड़ वाली जगहों में रहने से संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
यह वैरिएंट ज्यादा संक्रामक है
WHO के अनुसार, नए वैरिएंट JN.1 और LF.7 का रिप्रोडक्शन नंबर (R0) 4 से 6 के बीच है, जबकि पुराने कोरोना वायरस का R0 2 से 4 था। इसका मतलब है कि ये वैरिएंट 50-70% ज्यादा तेजी से फैलते हैं और इनमें एयरबोर्न फैलाव की क्षमता भी है।
इन लोगों को है सबसे ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि बुजुर्ग, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, एक साल से छोटे बच्चे और बार-बार यात्रा करने वाले लोग इस वैरिएंट से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। जिन लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लिया है, उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो रही है।
सावधानी जरूरी, वैक्सीनेशन है समाधान
बचाव के लिए मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग रखना और सैनेटाइजर का उपयोग अभी भी जरूरी है। वर्तमान में फाइज़र-बायोएनटेक, मॉडर्ना और नोवावैक्स/कोवोवैक्स जैसी अपडेटेड वैक्सीन नए वैरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी मानी जा रही हैं।
क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन?
डॉ. संचयन रॉय के अनुसार, फिलहाल लॉकडाउन की जरूरत नहीं है क्योंकि नए वैरिएंट गंभीर नहीं हैं। हालांकि सरकार सतर्क है और अस्पतालों में तैयारियां जारी हैं ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
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