Muzaffarpur : शहर में जाम की पुरानी समस्या से राहत दिलाने के लिए 17 किलोमीटर लंबी फोरलेन रिंग रोड का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह रिंग रोड मधौल (NH-22) से शुरू होकर दीघरा, मुशहरी, चतुरी पुनास होते हुए बखरी (NH-27) तक जाएगी। इस परियोजना से मुजफ्फरपुर-हाजीपुर NH की दरभंगा हाईवे से सीधी कनेक्टिविटी स्थापित होगी, जिससे शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
दो चरणों में बनेगी सड़क
रिंग रोड का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है:
- पहला चरण: मधौल से दीघरा (NH-28) तक 4.45 किमी
- दूसरा चरण: दीघरा से बखरी तक 12.55 किमी
यह सड़क मधौल, माधोपुर, रघुनाथपुर, भटौलिया, हसनचक बंगरा, चक अहमद, मादापुर रैनी, चिकनौटा और विशुनपुर गिद्धा जैसे कई गांवों से होकर गुजरेगी।
क्या होगा फायदा?
- दरभंगा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी से आने वाले वाहन शहर में प्रवेश किए बिना हाजीपुर और पटना की ओर जा सकेंगे।
- शहर में यातायात दबाव और जाम की स्थिति में कमी आएगी।
- स्थानीय लोग इसे विकास और कनेक्टिविटी में गेम-चेंजर मान रहे हैं।
ट्रैफिक सर्वे जारी
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा ट्रैफिक सर्वे किया जा रहा है ताकि यातायात के पैटर्न, वाहनों की संख्या और औसत गति का मूल्यांकन किया जा सके। मुजफ्फरपुर-पटना और मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रोड पर भी सर्वे हो रहा है।
परियोजना की लागत और प्रगति
इस परियोजना की अनुमानित लागत 1700 करोड़ रुपये है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जिला भू-अर्जन कार्यालय द्वारा तेज़ी से की जा रही है। जनवरी 2025 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान इसका निरीक्षण किया था और कैबिनेट से इसे प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है।
आने वाले प्रोजेक्ट
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री जल्द ही चांदनी चौक से बखरी और भगवानपुर तक सिक्स लेन सड़क, चंदवारा पुल और आथर पुल का भी उद्घाटन कर सकते हैं।
यह रिंग रोड न केवल मुजफ्फरपुर-बरौनी NH-122 और दरभंगा-मुजफ्फरपुर ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को जोड़ेगी, बल्कि पूरे उत्तर बिहार की कनेक्टिविटी को मजबूती देगी और यात्रा में समय व ईंधन की बचत भी सुनिश्चित करेगी।
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