सैलानियों का बांह फैलाकर इंतजार कर रहा कोलेबिरा डैम

रिपोर्ट: जितेन्द्र कुमार साहु

सिमडेगा: सैलानी नए साल में नए-नए स्थल की तलाश में रहते हैं ताकि नई जगह पर जाकर वहां की प्रकृति की सौंदर्य को देखकर खुशी का आनंद उठा सकें. ऐसे ही जगह आपको ले चलेंगे, जहां चारों ओर पहाड़ों नदी वह जंगलों से घिरी हुई मनोरम दृश्य, आसमा की चादर ओढ़ कर नए वर्ष मनाने वालों के लिए पूरी सज धज कर तैयार होकर सैलानियों का इंतजार कर रही है. यह स्थल कहीं और नहीं, कोलेबिरा डैम है. प्रखंड मुख्यालय से तकरीबन 2 किलोमीटर दूर पर स्थित कोलेबिरा डैम सैलानियों के लिए सज धज कर तैयार है. यह स्थल पूरे प्रखंड में सबसे सुंदर और शांति वाली जगह है. चारो ओर पहाड़, नदी और जंगल से घिरा हुआ जगह है. इस जगह पर पहुंचने पर ऐसा प्रतीत होता है मानो डैम  आसमा की चादर ओढ़ सैलानियों के लिए बांह फैलाए हुई है. कल-कल करती झरना की आवाज से मन पूरी तरह मोहित हो जाता है. इस जगह पर से जाने का मन भी नहीं करता है. यहां के प्राकृतिक चट्टान से मन में पूरी तरह हर्षोल्लास रहती है. साथ ही देखने से ऐसा प्रतीत होता है जैसे कि हम मानो चिल्का झील पर बैठ गए हैं और वहां की लहरों के साथ विलीन हो गए हैं. चिड़िया चह-चहा रही है, कोयल की कु-कू की आवाज से पूरे जंगल मधुरमय हो जाती है.

 

आपको बताते चलें की यहां तक आने के लिए लोग निजी वाहन अथवा कोलेबिरा चौक से पैदल भी आ सकते हैं. गाड़ियों की पार्किंग भी लोग कर सकते हैं. वहीं कोलेबिरा डैम के पश्चिमी छोर में भगवान भोलेनाथ विराजमान हैं. जहां पर लोग पूरी आस्था और तन-मन-धन के साथ यहां पर नए वर्ष में नए दिन की शुरूवात के लिए पूजा पाठ करते हैं और और भगवान से दुआ मांगते हैं. वहीं इस डैम के जीर्णोद्धार व गहरीकरण योजना का क्षेत्रीय विधायक ने शिलान्यास किया था. जल संसाधन विभाग राज्य योजना अंतर्गत 1 करोड़ 82 लाख की प्राक्कलित राशि वाली उक्त योजना की आधारशिला रखते हुए विधायक ने कहा कि इस डैम का जीर्णोद्धार से किसानों की आय में वृद्धि हुई है. डैम का जीर्णोद्धार होने से सिंचाई, पेयजल, मत्स्य पालन के अलावे पर्यटन के क्षेत्र में भी यहां के निवासियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. बता दें कि वर्ष 2021 में इस डैम का एक दीवार टूट गया था. जिसके बाद डैम का जलस्तर काफी कम हो गया. इसके अलावा डैम में जगह-जगह रिसाव से डैम के पानी से सिंचाई कर खेती करनेवाले किसान को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. जल स्तर नीचे हो जाने से नहर से पानी का बहाव रुक गया. इस जलाशय के जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास होने से ग्रामीणों एवं किसानों में हर्ष व्यक्त की है.

विधायक ने संवेदक व संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस योजना में अनियमितता की शिकायत नहीं होनी चाहिए. साथ ही गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य कर सिंचाई व्यवस्था को सुचारू बनाए जाने की बात कही थी. इसके पहले कार्य स्थल पर पहान-पूजारी द्वारा विधि-विधान से पूजा अर्चना कर कार्य का किया गया और आज कोलेबिरा डैम सज-धज कर सैलानियों के लिए तैयार है. वहीं दूसरी ओर प्रखंड मुख्यालय से तकरीबन 5 किलोमीटर दूर पर अवस्थित नवटोली डैम भी जंगल वह चट्टान से घिरा सैलानियों की बांह फैलाकर कर इंतजार रही है. सैलानियों के लिए यह क्षेत्र भी बहुत मनोरम है. शांति की जगह है, जहां लोग नए साल पर नए अंदाज में इस जगह का आनंद का लाभ उठा सकते हैं.

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