New Delhi : माओवादी संगठन के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। हाल ही में माओवादी नेता बसव राजू के मारे जाने के बाद तुर्की और फिलीपींस के वामपंथी उग्रवादी संगठनों ने उनके समर्थन में बयान जारी किए हैं। इससे माओवादियों के विदेशी संपर्कों का खुलासा हुआ है।
27 माओवादियों दी गई श्रद्धांजलि
तुर्की के वामपंथी उग्रवादियों ने एक वीडियो जारी कर भारत सरकार की आलोचना की है और माओवादी नेता बसव राजू को ‘महान नायक’ बताया है। इस वीडियो में एक उग्रवादी चेहरे को ढककर बंदूक थामे बयान पढ़ते हुए दिखाई देता है। उसने PLGA (पिपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) के 27 मारे गए माओवादियों को श्रद्धांजलि भी दी है।
फिलीपींस का भी समर्थन
इसी तरह फिलीपींस की कम्युनिस्ट पार्टी ने भी बसव राजू और अन्य माओवादियों के समर्थन में एक संदेश जारी किया है। इसमें CPI (माओवादी) महासचिव बसवराज और PLGA के मारे गए सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई है।
इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि भारत में सक्रिय माओवादी संगठनों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन प्राप्त है। यह न केवल भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक चुनौती है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे विदेशी तत्व भारत में हिंसक गतिविधियों को वैचारिक और नैतिक समर्थन दे रहे हैं।
Also Read : महिला को डिजिटल अरेस्ट कर ठग लिये 1.39 करोड़, तीन चढ़े CID के हत्थे
Also Read : नीतीश सरकार ने उच्च जाति आयाेग एवं अनुसूचित जनजाति आयाेग का किया गठन
Also Read : चैनपुर में सांस्कृतिक आयोजन के दौरान रघुवर दास ने राज्य सरकार को घेरा…
Also Read : पाकुड़ में पूर्व SP प्रभात कुमार को दी गयी विदाई, नवनियुक्त एसपी निधि द्विवेदी का किया गया स्वागत