Gopalganj : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच जन सुराज पार्टी ने गोपालगंज सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार अनूप श्रीवास्तव को अपना पूरा समर्थन देने का फैसला किया है। पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को गोपालगंज में प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। इस मौके पर अनूप श्रीवास्तव ने जन सुराज में शामिल होने का ऐलान भी किया।
प्रशांत किशोर ने कहा, “बिहार में पहले बूथ लुटेरों को देखते थे, अब उम्मीदवारों को लूटा जा रहा है। बड़े नेता नैतिकता भूलकर दूसरे दलों के उम्मीदवारों को धमकाते हैं। ऐसी स्थिति में हमारे पास अनूप श्रीवास्तव जैसा विकल्प था। वे गोपालगंज में अच्छा काम कर चुके हैं और भाजपा में लंबा अनुभव रखते हैं। उन्होंने पार्टी के लिए सालों तपस्या की, लेकिन उन्हें अनदेखा कर किसी और को टिकट दे दिया। हमने विचार-विमर्श कर उनका समर्थन करने का फैसला लिया।” उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज अनूप श्रीवास्तव को अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर रही है। चुनाव चिह्न अलग रहेगा, लेकिन पार्टी पूरा सहयोग देगी। किशोर ने कहा, “एक और एक मिलकर ग्यारह बनेंगे। गोपालगंज की जनता और भाजपा से जुड़े वे लोग जो अनूप जी के साथ धोखा महसूस करते हैं, सुनिश्चित करें कि वे जीतें और भाजपा हारे।”
प्रशांत किशोर ने जन सुराज के गोपालगंज प्रत्याशी डॉक्टर शशि शेखर सिन्हा का जिक्र भी किया। उन्होंने बताया कि दबाव में उनका नामांकन वापस कराया गया। डॉक्टर साहब ने स्वास्थ्य कारण बताए, लेकिन यह विश्वसनीय नहीं लगता। इससे जन सुराज के कार्यकर्ता का हक मारा गया। किशोर ने कहा, “अगर अनूप जी भाजपा से लड़ते और डॉक्टर साहब जन सुराज से, तो जनता के पास बेहतर विकल्प होते। भाजपा ने गोपालगंज की जनता के साथ दोहरी नाइंसाफी की है, इसका जवाब जनता देगी।” एक सवाल पर किशोर ने कहा कि यह फैसला गोपालगंज की विशेष परिस्थिति के कारण लिया गया है। दूसरे क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा। भाजपा ने दोनों के साथ नाइंसाफी की, इसलिए जनता का दबाव भी था। अनूप जी की जीत से भाजपा को सबक मिलेगा कि समर्पित कार्यकर्ताओं का हक न मारें।

अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि वे 1973 से भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं। दो बार पहले भी चुनाव लड़ने की कोशिश की, लेकिन नेतृत्व ने मौका नहीं दिया। इस बार उनकी दावेदारी सबसे मजबूत थी, लेकिन धनबल से किसी और को टिकट मिल गया। उन्होंने पार्टी को चुनौती दी कि सर्वे सार्वजनिक करें। श्रीवास्तव ने कहा, “जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ हो रही नाइंसाफी के खिलाफ मैंने निर्दलीय नामांकन किया और प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। प्रशांत किशोर का समर्थन पाकर आभारी हूं।” प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुभाष सिंह कुशवाहा, जिलाध्यक्ष राधा रमन मिश्रा, वरिष्ठ नेता सिराजुद्दीन, जिला महामंत्री योगेंद्र शर्मा समेत कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। यह फैसला गोपालगंज चुनावी समीकरण को बदल सकता है।
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