त्रेता में भाई विपत्ति का बंटवारा करते हैं और कलयुग का भाई संपत्ति का बंटवारा करता है: पंडित निर्जानंद शास्त्री

धनबाद: मानस प्रचार समिति, मानस मंदिर, जगजीवन नगर, धनबाद में 52वें मानस महाधिवेशन के नवाह परायण व राम कथा के सातवे दिन सुबह में विंध्याचल से आए विद्वान देवी प्रसाद पांडे द्वारा रामचरित मानस का पाठ हुआ. पंडित ज्योति नारायण झा के अचारत्व में उज्ज्वल वर्मा, मनिका कीर्ति वर्मा एवम चंद्रशेखर शर्मा, जया शर्मा द्वारा आज का कर्मकांड संपन्न कराया गया. संध्या में राम कथा के अवसर पर काशी के निर्जानंद शास्त्री ने बताया कि जीवन में माई और भाई को कभी ठुकराना नही चाहिए.

उन्होंने कहा कि एक त्रेता के भाई राम-भरत हैं जो सूई की नोक भर जमीन लेने को तैयार नहीं है. एक द्वापर का भाई है जो सूई के नोक भर जमीन देने को तैयार नहीं है. दुर्भाग्य इस कलयुग के भाई का है, न देता है न लेता है. बल्कि खेत को परती करवा के छोड़ देता है. त्रेता में राम-भरत विपत्ति का बंटवारा करते है और कलयुग का भाई संपत्ति का बंटवारा करता है. भरत जी का जो चरित्र श्रवण करेगा उसके जीवन में रामभक्ति आयेगी और संसार में कीर्ति होगी.

आज मुख्य अतिथि कोयला खान भविष्य निधि संस्थान के आयुक्त विजय कुमार मिश्रा व सत्येन्द्र कुमार पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा, पूर्व स्वतंत्र निदेशक जियाडा थे. समिति के निक्कू, रुक्मिणी देवी, शारदा देवी, रेखा सिंह, नीतू चौबे, शांति देवी, किरण बाला, चंदा झा, सीमा राय किरण सिंह महिला समिति सदस्य सहित सैंकड़ों नगरवासियों ने श्री भारत चरित्र का श्रवण किया. मंच संचालन निशांत नारायण, अध्यक्ष निरंजन सिंह, सचिव विनोद दुबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया.