पीवीयूएनएल में हाइड्रा से दबकर मजदूर की मौत, मुआवजे व नौकरी की मांग पर अड़े आक्रोशित ग्रामीण

रामगढ़: पतरातू के खैरा मांझी द्वार के पास स्थित पीवीयूएनएल के 68 एकड़ यार्ड के आरवीपीआर कंपनी कैंपस में मज़दूर बसंत ठाकुर की हाइड्रा के नीचे दब कर मौत हो गई. दबने के कारण मजदूर का गर्दन कट गया था. घटना के बाद आरवीपीआर कंपनी के कर्मी वहां से भाग निकले. बताया गया कि मजदूर के शव को कुत्ते भी नोचने लगे थे. बाद में स्थानीय लोगों को जब इस बात की जानकारी मिली तो सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण और स्थानीय जनप्रतिनिधि वहां पहुंचे और हंगामा करने लगे. जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यहां पर सुरक्षा मापदंडों का सही से पालन नहीं होता है. इस घटना की उच्च स्तरीय जांच टीम द्वारा की जाए. आक्रोशित ग्रामीण मजदूर के परिजन को उचित मुआवजा और उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग कर रहे हैं. मौके पर पतरातू थाना प्रभारी, सीआईएसएफ के जवान समेत कई लोग मौजूद हैं. लगातार हंगामा हो रहा है. बता दें कि इस यार्ड में हमेशा सुरक्षा खामियों के कारण दुर्घटनाएं घटित होते रहती है, लेकिन किसी भी कंपनी पर आज तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है.

मजदूर के शव को कुत्ते नोच रहे थे

पतरातू के पीवीयूएनएल के 68 एकड़ यार्ड में हाइड्रा से दबकर मरने वाले मजदूर बसंत ठाकुर के शव को कुत्ते नोच रहे थे. घटना के तुरंत बाद कंपनी के सभी कर्मचारी वहां से भाग निकले. ऐसे में काफी देर तक मजदूर का शव वहां सुनसान में पड़ा रहा. इस दौरान कुत्ते वहां पहुंचकर शव को नोचने लगे. इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. लोग इसकी पूरे इलाके में चर्चा कर रहे हैं. बताया जाता है कि इस यार्ड क्षेत्र में कई छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं सुरक्षा मापदंडों के अनदेखी के कारण घटित होते रहती हैं. लेकिन किसी भी कंपनी पर प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है. इस कारण कंपनी द्वारा हमेशा सुरक्षा मापदंडों के साथ खिलवाड़ किया जाना आम बात है.

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