Patna : बिहार सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों में चल रही मिड डे मील (Mid Day Meal) योजना में अहम बदलाव करते हुए हेडमास्टरों को इस योजना की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है. अब इस योजना का संचालन चयनित प्रभारी शिक्षक करेंगे. यह बदलाव फिलहाल राज्य के प्रत्येक जिले के एक-एक प्रखंड में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के निर्देशानुसार यह नई व्यवस्था लागू की गई है. इसका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना और शिक्षकों पर से अतिरिक्त प्रशासनिक भार को कम करना है.
बैंक खातों की जिम्मेदारी भी नए शिक्षकों को
मिड डे मील निदेशालय के निदेशक विनायक मिश्रा ने सभी संबंधित बैंकों को निर्देश जारी किए हैं कि वे आज यानी शुक्रवार तक नए प्रभारी शिक्षकों के हस्ताक्षर स्वीकार कर लें. अब विद्यालयों के बैंक खातों से जुड़ी सभी वित्तीय गतिविधियां वही प्रभारी शिक्षक संचालित करेंगे जिन्हें योजना की जिम्मेदारी दी गई है.
छात्रों की उपस्थिति की फोटो होगी अनिवार्य
नई व्यवस्था के अनुसार, स्कूल शुरू होने के एक घंटे बाद प्रभारी शिक्षक छात्रों की उपस्थिति की फोटो खींचेंगे. उसी के आधार पर भोजन तैयार किया जाएगा और परोसा जाएगा. इसके अलावा प्रभारी शिक्षक ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर प्रतिदिन रिपोर्ट भी अपलोड करेंगे.
पढ़ाई के घंटे भी घटाए गए
जहां स्कूलों में शिक्षा समिति सक्रिय है, वहां समिति के सचिव के रूप में प्रभारी शिक्षक बैंक खाता संचालन करेंगे. वहीं, जहां समिति नहीं है, वहां यह कार्य प्रभारी शिक्षक और एक अन्य शिक्षक मिलकर करेंगे. इस नई प्रणाली के तहत कक्षाएं अब केवल तीन घंटे की होंगी, ताकि मिड डे मील के संचालन के लिए समय निकाला जा सके.
सरकार को नई व्यवस्था से उम्मीदें
शिक्षा विभाग को उम्मीद है कि इस परिवर्तन से भोजन की गुणवत्ता, रिपोर्टिंग और पारदर्शिता में सुधार आएगा और शिक्षकों पर प्रशासनिक दबाव कम होगा. इससे बच्चों को न केवल बेहतर भोजन मिलेगा, बल्कि शिक्षा का स्तर भी ऊपर उठेगा.
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