बंगलादेश मुक्ति संग्राम में भारत के योगदान को कभी नहीं भूलेंगे : हसीना

नयी दिल्ली। बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत एवं बंगलादेश के बीच अटूट एवं प्रगाढ़ संबंधों का गर्व व्यक्त करते हुए आज कहा कि बंगलादेश मुक्ति संग्राम में भारत के योगदान को उनका देश कभी भुला नहीं सकता है और इसीलिए उन्हें हर बार भारत आने पर बहुत खुशी होती है।

श्रीमती हसीना ने यहां राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रस्मी स्वागत के बाद मीडिया से संक्षिप्त संवाद में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “भारत हमारा मित्र है। मैं जब भी यहां आती हूं ताे मुझे बहुत खुशी होती है क्योंकि बंगलादेश के मुक्ति संग्राम में भारत ने जो योगदान किया, उसे हमेशा याद करते हैं। हमारे बीच मैत्री संबंध हैं और हम एक दूसरे के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं।”

इससे पहले राष्ट्रपति भवन पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीमती हसीना का गर्मजोशी से स्वागत किया। बाद में मेहमान नेता ने तीनों सेनाओं की संयुक्त टुकड़ी की सलामी गारद का निरीक्षण किया।

इसके बाद श्रीमती हसीना राजघाट गयीं जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। पूर्वाह्न 11 बजे हैदराबाद हाउस में श्री मोदी एवं श्रीमती हसीना के बीच द्विपक्षीय शिखर बैठक होगी जिसमें परस्पर सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाएंगे। शाम को श्रीमती हसीना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगी।

श्रीमती हसीना एवं उनके प्रतिनिधिमंडल के सदस्य गुरुवार को स्वदेश लौटने के पहले अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत करने जाएंगे। मेहमान नेता सोमवार को नयी दिल्ली पहुंचीं थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कल शाम उनसे शिष्टाचार भेंट की थी। श्रीमती हसीना ने कल शाम को हज़रत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर ज़ियारत की थी।