गुमला: महिलाओं को मजबूत और सशक्त बनाना हमारी मुख्य रणनीति : जयदीप

Joharlive Team

  • महिला शक्ति केंद्र के तत्वावधान में बीएलटीएफ के सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

गुमला। महिला शक्ति केंद्र झारखंड सरकार के तत्वावधान में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स के सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आज विकास भवन के सभागार में किया गया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा तथा राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक जयदीप ने संयुक्त रूप से किया।
प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए रांची से आए राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक जयदीप ने बताया कि महिला शक्ति केंद्र देशभर में महिला हिंसा व उत्पीड़न पर रोक लगाने के उद्देश्य से कार्यरत है। उन्होंने बताया कि केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित महिला शक्ति केंद्र को वर्तमान में गुमला जिले के 08 प्रखंडों में गठन किए जाने का प्रस्ताव है। जिसके तहत 08 प्रखंडों का चयन किया जाएगा। इसी संदर्भ में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स के सदस्यों को आज पहला प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर प्रशिक्षक द्वारा इन सदस्यों को उनके कार्यों एवं उत्तरदायित्वों की विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि महिला शक्ति केंद्र का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा तथा उत्पीड़न को रोकने के लिए प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स के सदस्यों को प्रशिक्षित करना है। महिला शक्ति केंद्र को और भी प्रभावी बनाने के लिए 08 प्रखडों के चयन के उपरान्त प्रत्येक प्रखंड से 25 विद्यार्थियों को प्रशिक्षित कर महिला सशक्तिकरण के लिए जागरूक किया जाएगा। पूरी तरह से प्रशिक्षित बच्चे इस महिला सशक्तिकरण के लिए स्वयं सेवक के रूप में कार्य करेंगे। जो हिंसा व उत्पीड़न की शिकार महिलाओं तक पहुंचकर उन्हें महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूक करेंगे। मास्टर प्रशिक्षक ने आगे बताया कि वैसी पीड़ित महिलाएं जो अपने कानूनी अधिकारों से वंचित हैं उन्हें इन अधिकारों के प्रति जागरूक करने के साथ ही कानूनी अधिकारों की जानकारी भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को कैसे मजबूत तथा सशक्त बनाया जाए, यही हमारी मुख्य रणनीति है।
प्रशिक्षण के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने महिलाओं के विकास के लिए विभाग द्वारा चलाई जाने वाली अन्य योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए वन स्टॉप सेंटर योजना, स्वाधार गृह योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना व अन्य योजनाओं की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने स्वाधार गृह योजना एवं वन स्टॉप सेंटर योजना की चर्चा करते हुए बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय स्वाधार गृह योजना पर कार्य कर रहा है जो कि मुश्किल परिस्थितयों में घरेलु हिंसा, यौन उत्पीड़न व अन्य समस्याओं से पीड़ित महिलाओं के पुनर्वास के लिए संस्थागत समर्थन की आवश्यकता को पूरा करता है। ताकि महिलाएं अपना जीवन गरिमा के साथ बिता सकें। स्वाधार गृह योजना में आश्रय, भोजन, कपड़े व स्वास्थ्य के साथ-साथ इन महिलाओं के लिए आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की भी योजना है। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर योजना का उद्देशय हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिए एक छत के नीचे पुलिस सहायता, चिकित्सीय सहायता, मनोवैज्ञानिक-सामाजिक परामर्श, कानूनी सहायता, 05 दिनों के लिए अस्थायी प्रवास जैसे एकीकृत सेवाएं प्रदान करता है।
एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक जयदीप, विभिन्न प्रखंडों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी प्रखंडों से आए प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स के सदस्य व अन्य उपस्थित थे।