Jamtara : लोक आस्था, पवित्रता और सूर्योपासना का महान पर्व छठ जिले में चार दिवसीय अनुष्ठान के साथ श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर जिले के ऐतिहासिक जलीय सूर्य मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ दिखाई दी। विष्णु भैया मेमोरियल फाउंडेशन एवं सूर्य मंदिर संचालन समिति की ओर से गंगा आरती का भव्य आयोजन किया गया। पहले दिन खरना के अवसर पर मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
भक्तों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना कर छठ महापर्व की शुरुआत की। पूरे परिसर को फूलों, दीपों और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया था, जिससे वातावरण पूरी तरह आस्था और भक्ति से ओत-प्रोत दिखाई दिया। दूसरे और तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और प्रातः अर्घ्य के मौके पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। घाट पर श्रद्धालुओं ने डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया भव्य गंगा आरती मुख्य आकर्षण रहा। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु आरती के दिव्य दृश्य को निहारते रह गए। विष्णु भैया मेमोरियल फाउंडेशन की मुख्य संरक्षक चमेली देवी ने इस अवसर पर कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय विष्णु भैया ने जिस श्रद्धा, समर्पण और जनआस्था के साथ इस मंदिर का निर्माण कराया था, आज हर वर्ष छठ के अवसर पर उमड़ती श्रद्धालुओं की भीड़ उस संकल्प को सार्थक बना रही है। उन्होंने कहा कि विष्णु भैया मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा छठ पर्व के साथ-साथ वर्षभर मंदिर की देखरेख, सौंदर्यीकरण और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। उन्होंने आगे बताया कि इस बार विशेष रूप से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों पर स्वच्छता, पेयजल, वस्त्र बदलने के स्थान और प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी। प्रशासन और स्थानीय लोगों के सहयोग से पूरा आयोजन शांतिपूर्ण और अनुशासित ढंग से सम्पन्न हुआ। आयोजन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, व्रती महिलाएँ और बाहर से आए श्रद्धालु शामिल हुए। सूर्य मंदिर परिसर में तीन दिनों तक भक्ति संगीत, छठ गीत, सामूहिक आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर चलता रहा, जिससे पूरा जामताड़ा छठमय बना रहा। भव्यता, अनुशासन और सामूहिक सहयोग की मिसाल पेश करते हुए यह आयोजन न केवल जामताड़ा बल्कि पूरे संथाल परगना क्षेत्र के लिए आस्था और एकता का प्रतीक बन गया है।

