Joharlive Desk
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार ने कोरोना टेस्ट किट बनाने का काम सिर्फ एक कंपनी को दिया है और कोरोना जांच के दिशा निर्देशों में लचीला रुख अपनाते हुए पूरा टेस्ट किए बिना लाेगों को अस्पताल से घर भेजने का फैसला किस आधार पर लिया है, इस बारे में उसे स्पष्टीकरण देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता तथा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने कोरोना टेस्टिंग किट बनाने का काम अहमदाबाद की एक कंपनी को दिया है जबकि इस समय देश की कई कंपनियों को यह काम मिलना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि संकट के समय एक ही कंपनी को यह काम देना संशय पैदा करता है इसलिए सरकार को बताना चाहिए कि कोरोना टेस्ट करने के लिए किट बनाने का काम सिर्फ अहमदाबाद की कंपनी को ही क्यों दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश में असंख्य कंपनियां इन किटों का निर्माण करने की इच्छुक है लेकिन सरकार ने बिना निविदा मंगाए किट बनाने का काम सिर्फ एक ही कंपनी को सौंपा है जो संदेह पैदा कर रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि इसी तरह से सरकार ने कोरोना टेस्ट के पहले के पैमाने को बदल कर मामूली टेस्ट के बाद लोगों को अस्पताल से घर भेजने का फैसला किया है जिससे रोगियों की संख्या बढेगी और आने वाले समय में भारत कोरोना का प्रमुख केंद्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी यह नहीं बताया कि भारत कोरोना के किस स्तर पर है। सरकार को बताना चाहिए कि देश सामुदायिक संक्रमण स्तर पर है या अभी इस स्तर पर नहीं पहुंचा है।
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