Patna : बिहार के प्रमुख उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या ने राजधानी पटना को झकझोर कर रख दिया है। आज यानी रविवार को उनका अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर किया जाएगा। उनकी बेटी गरिमा खेमका के स्कॉटलैंड से आने के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी। शनिवार को गोपाल खेमका का पार्थिव शरीर उनके फ्लैट पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई बड़े नेता उनके परिवार से मिलने पहुंचे और शोक व्यक्त किया।
घटना शुक्रवार देर रात करीब 11 बजे गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास ट्विन टावर अपार्टमेंट के गेट पर हुई। अज्ञात अपराधियों ने गोपाल खेमका को उनकी कार में सिर में गोली मार दी, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में कंकड़बाग के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस जांच में तेजी, एक संदिग्ध हिरासत में
पटना पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जिसका नेतृत्व सिटी एसपी (मध्य) आईपीएस दीक्षा कर रही हैं। शनिवार को पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या को एक शूटर ने अंजाम दिया था, जिसकी पहचान कर ली गई है। शूटर के साथ कुछ लाइजनर भी मौजूद थे।
आईजी जितेंद्र राणा ने बताया, “हत्याकांड के कई पहलू सामने आए हैं, जिनकी गहन जांच की जा रही है। शूटर और उसे भेजने वालों की जानकारी पुलिस को मिल चुकी है। हत्या के कारण भी लगभग स्पष्ट हो चुके हैं। STF की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं और जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।”
बेउर जेल से जुड़े तार, STF की छापेमारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस हत्याकांड के तार पटना के बेउर सेंट्रल जेल से भी जुड़ रहे हैं। शनिवार को आईजी जितेंद्र राणा की अगुवाई में बेउर जेल में छापेमारी की गई, जहां से तीन मोबाइल, सिम कार्ड, एक डाटा केबल और कुछ मोबाइल नंबरों की सूची बरामद की गई। जेल में बंद कुछ कुख्यात अपराधियों से पूछताछ की जा रही है।
CCTV फुटेज से मिले अहम सुराग
घटनास्थल के पास लगे CCTV फुटेज में हेलमेट पहने एक शूटर को गोपाल खेमका की कार के पास पहुंचकर महज 6 सेकंड में गोली चलाते और स्कूटी से फरार होते देखा गया। पुलिस ने मौके से एक खोखा और एक जिंदा गोली भी बरामद की है। फोरेंसिक टीम भी जांच में जुटी है।
राजनीतिक हलचल और कानून-व्यवस्था पर सवाल
इस हत्याकांड ने बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए इसे ‘जंगलराज’ करार दिया है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने खेमका के परिजनों से मुलाकात कर न्याय का भरोसा दिलाया और कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
गोपाल खेमका एक प्रमुख व्यवसायी होने के साथ-साथ सामाजिक संगठनों से भी जुड़े थे। उनकी हत्या से व्यापारी समुदाय में दहशत का माहौल है। गौरतलब है कि 2018 में उनके बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद यह परिवार दूसरी बार इस तरह के दुखद हादसे का शिकार हुआ है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा कर अपराधियों को सजा दिलाई जाएगी।
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