Deoghar : देवघर में साइबर अपराधी पर शिकंजा कसने के लिए एक ओर आईपीएस अजीत पीटर डुंगडुंग अपने पदाधिकारी और जवानों को लगातार कार्रवाई करने के लिए समय समय पर दिशा-निर्देश दे रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर देवघर जिला पुलिस की छवि को धूमिल करने में मधुपुर थानेदार राकेश कुमार रवि कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि, ज्यादा समय तक थानेदार राकेश कुमार रवि का नहीं चला और डीआईजी सह एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने पकड़ लिया। इसके बाद राकेश रवि को साईबर अपराधी से सांठगांठ के आरोप में निलंबित कर दिया है। इससे पूर्व देवघर एसपी ने एसडीपीओ से पूरे मामले की जांच कराया। जिसमें पूरा मामला सत्य पाया गया। पूरे प्रकरण में स्पष्ट हो गया कि मधुपुर थानेदार राकेश रवि पकड़े गए तीन साइबर अपराधी से सुनसान स्थान डाकबंगला मैदान में पैसों की डील कर रहा था।
क्या है पूरा मामला
मधुपुर थानेदार राकेश रवि 13 अगस्त की रात करीब 10:30 बजे पीसीआर की मदद से तीन साइबर अपराधी को पकड़ा है। पकड़े गए तीनों साइबर अपराधी को मधुपुर स्थित डाकबंगला मैदान में ले जाकर रखवा दिया है। जिसके बाद सूचना मिलते ही एसडीपीओ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहां थाना प्रभारी राकेश कुमार रवि एक प्राइवेट गाड़ी के साथ सिविल कपड़ों में मौजूद थे। पूछताछ पर थाना प्रभारी ने दावा किया कि तीनों साइबर अपराधी हैं और उनकी जांच चल रही है। जब एसडीपीओ ने थाना न ले जाकर सूनसान जगह पर जांच करने का कारण पूछा, तो उनके पास कोई जवाब नहीं था।पकड़े गए दो युवकों ओमकार कुमार दास और पंकज कुमार दास ने एसडीपीओ को बताया कि उनके परिवार के किसी व्यक्ति का ‘बड़ा बाबू’ से बातचीत हो रही है और वह आया हुआ है।एसडीपीओ के मौके पर पहुंचने के काफी देर बाद, थाना प्रभारी ने तीनों युवकों को साइबर थाना देवघर भेज दिया, जिसे मामले को दबाने का प्रयास माना जा रहा है।
गश्ती दल के अधिकारी ने भी की पुष्टि
पीसीआर में देर रात गश्ती दल के इंचार्ज युसूफ मल्लिक ने बताया कि थाना प्रभारी के फोन पर आदेश मिलने के बाद ही उन्होंने तीनों युवकों को बड़ा संघरा से पकड़ा था। थाना प्रभारी ने ही उन्हें डाकबंगला मैदान में बुलाया था। उन्होंने यह भी बताया कि थाना प्रभारी ने दो युवकों से उनके परिजनों को फ़ोन करवाकर बुलाने के लिए कहा और खुद भी किसी से फ़ोन पर बात कर रहे थे।