Patna : बिहार में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार की फिल्म प्रोत्साहन नीति के तहत कई सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जैसे कि करों में छूट और अनुदान. हालांकि, फिल्म निर्माण के लिए उपयुक्त स्थलों की पहचान करने में प्रशासन की ओर से कोई खास रुचि नहीं दिखाई जा रही है. राज्य के कुल 38 जिलों में से अब तक केवल 6 जिलों ने ही अपनी उपयुक्त स्थलों की सूची संबंधित विभाग को प्रस्तुत की है. इससे कला संस्कृति एवं युवा विभाग में नाराजगी देखी जा रही है. अब तक जिन जिलों ने जानकारी दी है, उनमें खगड़िया, जहानाबाद, गया, बांका, औरंगाबाद और शेखपुरा शामिल हैं. विभाग की निदेशक, रूबी ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि वे जल्द से जल्द संभावित स्थलों की सूची प्रस्तुत करें.
विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 32 जिलों ने अब तक फिल्म शूटिंग के लिए उपयुक्त स्थलों की जानकारी नहीं दी है. इन जिलों में कई धार्मिक, साहित्यिक, शैक्षणिक और पुरातात्विक स्थल स्थित हैं, जो फिल्म निर्माण के लिए आदर्श स्थान हो सकते हैं. विभाग का मानना है कि यदि इन स्थलों की जानकारी सौंपी जाती है, तो वहां आधारभूत संरचना का विकास संभव होगा, जिससे सरकार को राजस्व भी प्राप्त हो सकेगा.
स्थलों की सूची में विभाग ने कुछ आवश्यक जानकारी देने का निर्देश दिया है, जैसे कि स्थल का नाम, उसकी ऐतिहासिकता, धार्मिकता, प्राकृतिक विशेषताएं, शैक्षणिक संस्थान, बाजार या व्यावसायिक क्षेत्र, और पुरातात्विक स्थल की जानकारी. इसके साथ ही, नजदीकी रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, स्थल का उपयोग शुल्क और स्थान के स्वामित्व की जानकारी भी देने की आवश्यकता है.
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