Patna : बिहार के कई जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। गंगा, कोसी समेत राज्य की कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे नीचले इलाकों में पानी भर गया है। लाखों लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं और जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
CM नीतीश कुमार ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे किया। उन्होंने हालात का जायजा लेने के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों को तेज़ करने के निर्देश दिए। CM लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए हैं और प्रशासन से समय-समय पर रिपोर्ट भी मंगा रहे हैं।
गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार 13 अगस्त को ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर को उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिल सकी थी। इसके चलते उन्हें एरियल सर्वे स्थगित करना पड़ा था। बाद में उन्होंने सीएम आवास में आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों को लेकर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की थी।
बिहार सरकार की ओर से राहत शिविर, खाद्य सामग्री, स्वास्थ्य सेवाओं और नाव की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव सहायता मुहैया कराई जाएगी और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
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